सीएम योगी का भ्रष्टाचार पर का बड़ा प्रहार, दो अधिकारियों के खिलाफ दिए विजलेंस जांच के आदेश
लखनऊ. भ्रष्टाचार (Corruption) पर जीरों टालरेंस की नीति अपनाने वाली उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) में दो अफसरों पर जांच का दायरा बढ़ा दिया है. और इन दोनों अफसरों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है. आपको बता दें उत्तर प्रदेश सरकार के नियुक्ति विभाग के दो अफसरों के खिलाफ सीएम योगी आदित्यनाथ ने विजलेंस जांच के निर्देश दिए हैं. यूपी सरकार को भेजी गई शिकायत में नियुक्ति विभाग के अनुभाग अधिकारी शशिकांत मिश्रा व अमित सिंह पर भ्रष्टाचार और ट्रांसफर-पोस्टिंग में वसूली कर अवैध संपत्ति बनाने के आरोप लगाए गए हैं.
लंबे समय से तैनात दोनों असफरों पर IAS व PCS के ट्रांसफर देखने की जिम्मेदारी हैं. सीएम योगी के द्वारा विजलेंस के जांच के आदेश होने के बाद भी अभी तक दोनों अफसरों को उनके अनुभाग से हटाया नहीं गया है. इन दोनों अफसरों पर अनुशासनिक कार्रवाई समाप्त करने की एवज में 6 से 8 लाख रुपए लेने का आरोप भी लगे है. लखनऊ के सीतापुर रोड निवासी एडवोकेट संत कुमार ने नियुक्ति विभाग के अनुभाग 5 में तैनात शशिकांत मिश्रा व 3 में तैनात अमित सिंह के खिलाफ सचिवालय प्रशासन से वसूली की शिकायत की थी.
इसके साथ ही दोनों अनुभाग अधिकारियों पर लगभग 24 अफसरों की अनुशासनिक कार्रवाई समाप्त करने की एवज में 6 से 8 लाख रुपए लेने का आरोप भी हैं. मिली जानकारी के मुताबिक जिन अफसरों की शिकायक के बाद जांच का जिम्मा इन दोनों अधिकतारियों को दिया गया था. इन दोनों अधिकारियों ने पैसे लेकर मामले का लापापोती कर जांच में क्लीन चिट दे दी. हालांकि शासन स्तर मामले की जानकारी मिलते ही अब इन अधिकारियों के खिलाफ विजलेंस की जांच के आदेश दिये गये है. शासन को भेजे गए शिकायत पत्र में 9 बिंदुओं के साथ कई गंभीर आरोप दोनों अफसरों पर लगाए गए हैं. सूत्रों के मुताबिक, बीते एक महीने पहले लखनऊ में तैनात एक IAS अफसर को हटाने के लिए निर्देश दिए थे. इसके बावजूद अभी तक उस अफसर को हटाया नहीं गया हैं.