पुलिस समारोह में CM योगी की नसीहत- जानिए क्या कहा

लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने आज पुलिस अलंकरण समारोह में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने कई पुलिस अधिकारियों को पदक वितरित किए. साथ ही सीएम योगी ने यूपी पुलिस के मानव संपदा पोर्टल का शुभारंभ किया. पुलिसकर्मियों की सभी जानकारी अब इस पोर्टल पर ऑनलाइन मौजूद रहेगी. भर्ती से लेकर तैनाती, प्रमोशन जैसी हर जानकारी इस पोर्टल पर रहेगी. ये पोर्टल यूपी पुलिस टेक्निकल सर्विसेज ने बनाया है.

इस दौरान सीएम योगी ने पुलिस अधिकारियों को नसीहत भी दी. उन्होंने कहा कि जनता नायक को खलनायक बनाने में देर नहीं करती है. कुछ समय तक आप जनता या शीर्ष अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक सकते हैं. जनता दर्शन से पता चलता है कि जिलों में क्या हो रहा है? पुलिस का जनता के प्रति पहला व्यवहार बहुत कुछ तय कर देता है. पीड़ित सबसे पहले पुलिस के पास ही जाता है. कई बार पुलिस और फिर शासन को मुंह छिपाना पड़ता है. साढ़े 4 साल में पुलिस ने बहुत अच्छा काम किया. लेकिन थोड़ी सी चूक हम सबको खलनायक बना देती है. सिर्फ बेहतर संवाद से ये चूक सुधारी जा सकती है. मौके पर सीनियर अधिकारी जाकर बेहतर संवाद कर सकते हैं. पुलिस के पक्ष को कम शब्दों में, तथ्यात्मक तरीके से पेश कर खलनायक बनने से बचा जा सकता है.

सीएम योगी ने कहा कि मौके का मुआयना कर सही जानकारी दें तो मीडिया ट्रॉयल नहीं हो पाएगा. जानकारी के बावजूद कई बार मौन रह जाते हैं आप. सोशल मीडिया पर सही समय और तथ्य के साथ प्रतिक्रिया देनी चाहिए. हम यहां अपना बचाव करने नहीं, जनता की सुरक्षा के लिए आए हैं. जनता का विश्वास पुलिस पर, हम पर बना रहना चाहिए.

उन्होंने कहा कि 2017 के बाद कोई न कोई ऐसी घटना होती थी, जो महिला सुरक्षा पर सवाल लगाती थी. हमने एंटी रोमियो स्क्वाड बनाया. एंटी रोमियो स्क्वाड की कुछ लोगों ने सराहना की लेकिन जहां अति होती थी, वहां शिकायत आती थी. यूपी पुलिस मानव संपदा पोर्टल पर पुलिस कार्मिकों की पूरी जानकारी रहेगी.

इन अफसरों को मिले मेडल

सीएम योगी ने जिन पुलिस कार्मिकों को पदक वितरित किए, उनमें डीजी जेल आनंद कुमार, आईजी प्रयागराज कवींद्र प्रताप सिंह, एसटीएफ नोएडा के डीएसपी राजकुमार मिश्रा, डीजी ट्रेनिंग आरपी सिंह, एडीजी लखनऊ जोन एसएन साबत, एडीजी वाराणसी बृज भूषण और आईजी लखनऊ लक्ष्मी सिंह को सीएम उत्कृष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया.

वहीं डीजी जेल आनंद कुमार, एडीजी एलओ प्रशांत कुमार, मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक यादव और एसपी प्रतापगढ़ सतपाल एंटिल को राष्ट्रपति का वीरता पदक दिया गया.

इनके अलावा कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण, एटीएस के एडिशनल एसपी राजेश साहनी (मरणोपरांत), वाराणसी एसके भगत, रिटायर्ड आईजी विजय भूषण, डॉ अरविंद चतुर्वेदी एसपी विजिलेंस और एसपी जौनपुर अजय साहनी और एसटीएफ के एडिशनल एसपी विशाल विक्रम सिंह को राष्ट्रपति का वीरता पदक देकर सम्मानित किया गया.

‘गांधी जी और शास्त्री जी के जीवन में बहुत समानता दिखती है’

पुलिस अलंकरण समारोह में सीएम योगी ने कहा कि वीरता और उत्कृष्ट कार्य के लिए ये अलंकरण समारोह है. पूरा देश आज़ादी के दो महानायकों को आज याद कर रहा है. दोनों महानायकों को मैं नमन करता हूं. आज़ादी का अमृत महोत्सव आत्मावलोकन का भी अवसर है. समाज के हर नागरिक को अपने अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करना चाहिए. सीएम योगी ने कहा कि गांधी जी और शास्त्री जी के जीवन में बहुत समानता दिखती है. भारत और भारतीयता बनाए रखने का जज़्बा याद रखना चाहिए.

उन्होंने कहा कि आज अलंकरण पाने वाले 75 पुलिस अधिकारियों, कार्मिकों को बधाई देता हूं. 34 कार्मिकों को वीरता का पदक दिया गया है. 25 पदक उत्कृष्ट कार्यों के लिए पदक देकर हर्ष हो रहा है. ये अलंकरण समारोह पुलिस के लिए प्रेरणादायी होना चाहिए. हो सकता है कुछ लोगों को ये पदक न मिल पाया हो. पूरी प्रक्रिया के बाद ये पदक दिए गए हैं. देश, दुनिया के सबसे बड़े पुलिस बल से जुड़ने पर गौरव की अनुभूति होनी चाहिए. ये दुनिया का सबसे बड़ा सिविल पुलिस सेवा का बल है.

आज हर रेंज मुख्यालय पर है साइबर थाना: सीएम

सीएम योगी ने आगे कहा कि तीन साल पहले मैंने साइबर क्राइम पर काम करने को कहा था. कुछ साल पहले तक कुछ शहरों तक पहुंचना मुश्किल था. समय के साथ शासन की योजनाएं वहां तक पहुंची. जब हमारी सरकार आई, तब सिर्फ गौतमबुद्ध नगर में साइबर थाना था, लखनऊ में शुरुआत हो रही थी. अब हर रेंज मुख्यालय पर साइबर थाना है.

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