यूपी में कोरोना की बढती रफ्तार के बीच सीएम योगी ने टीम- 9 के साथ की बैठक, दिए दिशा-निर्देश
यूपी में कोरोना की बढती रफ्तार के बीच सीएम योगी ने टीम- 9 के साथ की बैठक
लखनऊ: एक बार फिर कोरोना वायरस यूपी में अपने पांव फैला रहा है. ऐसे में यूपी की योगी सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर बुधवार को कोविड प्रबह्दना के लिए गठित टीम- 9 के साथ बैठक में आधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए हैं. उन्होंने मास्क लगाने के साथ स्कूलों में बच्चों व लोगों को कोविड प्रोटोकाल के लिए जागरुक करने के भी निर्देश दिए हैं.
पिछले कुछ दिनों से बढे कोविड के केस
जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से विभिन्न राज्यों में कोविड के केस में काफी इजाफा हुआ है. एनसीआर के जिलों में भी इसका प्रभाव है. पिछले 24 घंटे में गौतमबुद्ध नगर में 103 व गाजियाबाद में 33 नए पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि की गई है.
एनसीआर के जिलों तथा लखनऊ में सभी के लिए सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क लगाया जाने की व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए. वहीं लोगों को कोविड प्रोटोकाल का अनुपालन के लिए जागरूक किया जाए. बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर हमें काफी सतर्क रहना होगा. इसी के साथ स्कूलों में कोविड प्रोटोकाल का बारे में भी बच्चों को जागरूक किया जाए.
एनसीआर के जनपदों (गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर, बागपत) तथा लखनऊ जनपद में टीकाकरण से छूटे लोगों को चिन्हित कर वैक्सीनेट किया जाए. पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया जाए.
170 नए कोरोना मरीजों की हुई पुष्टि
प्रदेश में कुल एक्टिव केस की संख्या 856 है. पिछले 24 घंटों में 01 लाख 13 हजार कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 170 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है. इसी अवधि में 110 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए. यही वजह है हमें अब फिर से पहले की तरह सावधानी व सतर्कता बरतनी चाहिए.
कोविड टीकाकरण अभियान की प्रगति संतोषप्रद है. लेकिन बच्चों के टीकाकरण को और तेज करने की आवश्यकता है. 30 करोड़ 86 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण के साथ ही 18+ आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज लग चुकी है, जबकि 86.69 प्रतिशत से अधिक वयस्क लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है. वहीं 15 से 17 आयु वर्ग में 94.26 प्रतिशत किशोरों को पहली खुराक मिल चुकी है. जबकि 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों को पहली डोज के बाद अब पात्रता के अनुसार दूसरी डोज भी दी जाए.
इसके साथ 18+ आयु के लोगों को बूस्टर डोज लगाए जाने में तेजी की अपेक्षा है. ऐसे में किसी भी स्थिति में यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी नागरिक टीकाकरण से बच न पाए. बूस्टर डोज की महत्ता व बूस्टर टीकाकरण केंद्रों के बारे में आमजन को जागरूक किया जाए.