गोरखपुर नागरिकता संशोधन अधिनियम’ विषयक संगोष्ठी में पहुंचे सीएम योगी, कहा- कांग्रेस-सपा ने आगजनी-हिंसा फैलाने वालों से हाथ मिलाया
गोरखपुरः दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के संवाद भवन में आज ‘नागरिकता संशोधन अधिनियम’ विषयक गोष्ठी का आयोजन किया गया | इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नागरिकता कानून को लेकर भाजपा ने लोगों को जागरूक करने की पहल की है | उन्होंने कहा कि कांग्रेस-सपा और अन्य विपक्षी दलों ने नागरिकता कानून को लेकर पूरे देश में गलतफहमी पैदा करके आगजनी, तोड़फोड़ के साथ लोकतंत्र में विरोध ही नहीं, बल्कि उन समाज और राष्ट्र विरोधी तत्वों के साथ हाथ मिलाने की कुत्सित चेष्टा की है |
इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा जनजागरण अभियान और संगोष्ठी के माध्यम से और अगले चरण में रैली करके लोगों को जागरूक करने का प्रयास करेगी | उन्होंने कहा कि जीवनभर इन लोगों ने यही किया है | झूठ बोलकर गुमराह करना | झूठे नारे देकर सामाजिक तानेबाने को छिन्न-भिन्न करना | इसके साथ ही उन तत्वों के हाथों का खिलौना बनना, जो इस समाज और राष्ट्र के हित में नहीं है | आपने देखा होगा कि लगातार इसी प्रकार के वक्तव्य कांग्रेस और सपा के साथ वेस्ट बंगाल में त्रिणमूल कांग्रेस देश की विधायिका को भी चुनौती दे रहे हैं | देश के प्रबुद्ध लोगों का दायित्व क्या बनता है | क्या हम सब इन स्थितियों में मौन बने रहें | कौन नहीं जानता है भारत विभाजन की त्रासदी को |
लाखों लोगों के कत्लेआम की कीमत पर पाकिस्तान बना था….
एक भी भारतीय नागरिक जो भारत के अंदर आज निवास करता है | वह भारत विभाजन का पक्षधर नहीं था | हम सबका जन्म नहीं हुआ था, लेकिन, हमारे पूर्वजों के लिए त्रासदी के रूप में थी | जिस भूमि को हमने सृष्टि के प्रारम्भ से एक पवित्र भूमि के रूप में माना, उसे कुछ लोगों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए टुकड़े-टुकड़े में बांटने की चेष्टा की थी | उसके परिणामस्वरूप 1947 में दुर्भाग्यपूर्ण विभाजन इस देश का हुआ था | वो दुर्भाग्यपूर्ण विभाजन इस देश के हिन्दुओं, सिखों, पारसियों, जैनियों, बौद्धों ने नहीं मांगा था | इस देश के बौद्ध और जैनी कोई भी इसके लिए सहमत नहीं था | लेकिन कांग्रेस की सत्ता के प्रति अत्यधिक लिप्सा और जिन्ना की जिद ने इस देश का विभाजन करा दिया | लाखों लोगों के कत्लेआम की कीमत पर पाकिस्तान बना था |