महाराष्ट्र CM उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी से की लॉक डाउन बढ़ाने की मांग, कहा इसे बढ़ाए बिना आगे बढ़ना मुमकिन नहीं
आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की है। इस बातचीत के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री ने लॉक डाउन के विस्तार के लिए कहा है। वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी लॉक डाउन को बढ़ाने की मांग कर दी। बता दें कि महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोनावायरस संक्रमित मामले दर्ज किए जा चुके हैं। यहां तेजी से कोरोनावायरस फैल रहा है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कहा कि लॉक डाउन को बढ़ाया जाए।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि लॉक डाउन बढ़ाए बिना आगे बढ़ना मुमकिन नहीं है। वही आपको बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी लॉकबॉर्न बढ़ाने की बात कही है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि लोगों की जिंदगी बचानी जरूरी है, 3 महीने के लिए वित्तीय मदद दी जाए। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग के लिए रणनीति बनाई जाए। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से लोग दान के दौरान लोगों के जीवन यापन और जिंदगी यों को सुरक्षित करने के लिए एक उचित एग्जिट स्ट्रेटजी बनाने की मांग की है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री को कहा कि प्रदेशों के अंदर ग्रीन ऑरेंज रेड जोन तय करने का अधिकार राज्य सरकारों का ही होना चाहिए। केंद्र सरकार को नेशनल टेस्टिंग स्ट्रेटजी तैयार करनी चाहिए। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार से राज्यों के लिए 3 महीने तक रिवेन्यू ग्रांट देने की मांग भी की है। इसके अलावा राज्यों के लिए विशेष आर्थिक पैकेज और फिजिकल एंड की भी मांग की है जिससे राज्य अपने दायित्वों की कम से कम 33% की पूर्ति इस सहयोग से कर सके।
बता दे कि पीएम नरेंद्र मोदी ने इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मीटिंग में कहा कि COVID19 महामारी से निपटने में भारत की सफलता को वैश्विक मान्यता मिली है। भारत सरकार इस संबंध में सभी राज्य सरकारों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करती है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मीटिंग में कहा कि हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि ग्रामीण भारत इस संकट से मुक्त रहे।
इस दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि रेड जोन के व्यक्तियों को ग्रीन जोन में जाने की इजाजत ना दी जाए। यानी कोई भी रेड जोन में रह रहा व्यक्ति अगर किसी ऐसे इलाके का है जो ग्रीन जोन में रहता है वह वहां नहीं जाए। यह सुझाव मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिया है।