स्कूटर से गिरते-गिरते बचीं सीएम ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ अनोखे तरीके से विरोध दर्ज कराया. वह इलेक्ट्रिक स्कूटर पर बैठकर राज्य सचिवालय ‘नबान्न’ पहुंचीं. स्कूटर राज्य सरकार में मंत्री और कोलकाता के मेयर फरहाद हकीम चला रहे थे. हालांकि जब मुख्यमंत्री ममता ने जब खुद स्कूटर चलाने की कोशिश की तो वह गिरते-गिरते बचीं. स्कूटर पर सवार ममता बनर्जी ने गले में तख्ती टांग रखी थी, जिसपर ईंधन के दाम में वृद्धि के खिलाफ नारे लिखे थे. उन्होंने हेलमेट पहन रखा था और हाजरा मोड़ से राज्य सचिवालय के बीच सात किलोमीटर का सफर स्कूटर पर तय करते हुए सड़क के दोनों ओर लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया. करीब 45 मिनट के सफर के बाद ‘नबान्न’ पहुंची ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार की आलेचना करते हुए कहा, ‘‘हम ईंधन की कीमतों में वृद्धि का विरोध कर रहे हैं. मोदी सरकार केवल झूठे वादे करती है. उन्होंने (केंद्र) ईंधन की कीमत को कम करने के लिए कुछ नहीं किया. आप मोदी सरकार के सत्ता में आने और अब के पेट्रोल की कीमतों में अंतर को देख सकते हैं.’
उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस शुक्रवार से ईंधन के दामों में वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन शुरू करेगी. बनर्जी ने कहा, ‘‘ सत्ता में आने से पहले भाजपा ने लोगों को मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन देने का वादा किया था और अब वह ईंधन के दाम बढ़ा रही है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मोदी (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) और शाह (केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह) देश को बेच रहे हैं. वे मुनाफा कमाने वाले सार्वजनिक उपक्रमों को बेच रहे हैं. यह जनविरोधी, महिला विरोधी, युवा विरोधी एवं किसान विरोधी सरकार है.’’