सीएम केजरीवाल ने कहा LG द्वारा लिया गया फैसला चुनौतीपूर्ण लेकिन आदेश लागू किया जाएगा
राजधानी दिल्ली में इस समय कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं हालांकि दिल्ली में पक्ष विपक्ष की राजनीति भी चरम पर है। दिल्ली सरकार ने रविवार के दिन यह निर्णय लिया था कि दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ दिल्ली वालों का इलाज होगा। केंद्र सरकार के अस्पतालों में सभी का इलाज होगा। इस फैसले को दिल्ली के एलजी ने पलट दिया था। जिसके बाद दिल्ली में राजनीति तेज हो गई थी और पक्ष विपक्ष एक दूसरे पर निशाना साध रहा था। ऐसे में आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह कह दिया है कि दिल्ली में जो एलजी ने आदेश पारित किया है वह आदेश लागू किया जाएगा। इसी के साथ उन्होंने कहा है कि झगड़े से कुछ नहीं होगा हम सब को एकजुटता से कोरोना वायरस से लड़ना होगा।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की कैबिनेट ने निर्णय लिया था की कोरोनावायरस के समय दिल्ली सरकार के अस्पतालों में दिल्ली में रहने वाले लोगों का इलाज होगा। सोमवार को केंद्र सरकार ने दिल्ली की कैबिनेट के उस निर्णय को पलट दिया और केंद्र सरकार ने एलजी साहब ने आदेश जारी किया कि दिल्ली के हर अस्पतालों में सब का इलाज किया जाएगा। केजरीवाल ने कहा कि कुछ लोग कह रहे थे कि केंद्र सरकार दिल्ली की कैबिनेट के फैसले को पलट नहीं सकती। दिल्ली में चुनी हुई सरकार है अभी कुछ समय पहले ही चुनाव हुए थे जिसमें 62 सीट आई थी । कुछ लोग के रहे थे कि दिल्ली की चुनी हुई सरकार के कैबिनेट के निर्णय को एलजी साहब या केंद्र सरकार पलट नहीं सकती। वहीं कुछ लोग कह रहे थे कि दिल्ली में खुद इतने सारे केस हो रहे हैं दिल्ली के लोगों को खुद इतने बेड की जरूरत पड़ेगी।
केजरीवाल ने कहा कि मेरा अब यह है कहना है केंद्र सरकार ने निर्णय ले लिया है। एलजी साहब ने आदेश पारित कर दिया। यह असहमतियों का समय नहीं है। अब जो निर्णय हो गया केंद्र सरकार का, एलजी साहब ने जो आदेश दे दिया उसको लागू किया जाएगा। एलजी साहब के आदेश को अक्षरशः लागू किया जाएगा। अब इस पर कोई असहमति नहीं करनी। इस पर कोई वाद विवाद नहीं करना, ना ही कोई लड़ाई झगड़ा करना। केजरीवाल ने कहा कि मैं पार्टी के लोगों को और सबको यह मैसेज देना चाहता हूं कि एलजी साहब के आदेश को लागू किया जाएगा, केंद्र के निर्णय को लागू किया जाएगा। सीएम केजरीवाल ने कहा कि यह बहुत बड़ी चुनौती है। भूतपूर्व चुनौती है।
केजरीवाल ने कहा कि मोटे मोटे तौर पर अगर देखें तो दिल्ली के अस्पतालों में जब कोरोनावायरस नहीं था। नॉर्मल समय में दिल्ली के अस्पतालों में 50% लोग दिल्ली के बाहर से आकर इलाज कराते हैं। अगर वह अभी माना जाए तो जितने बेड दिल्ली के लोगों के लिए चाहिए उतने ही बेड हमें दिल्ली से बाहर से आने वाले मरीजों के लिए चाहिए होंगे। केजरीवाल ने कहा कि 15 जुलाई को दिल्ली के लोगों के लिए 33000 बेड चाहिए तो सारे मिलाकर कुल 65000 बेड की जरूरत हमें पड़ेगी। और 31 जुलाई को अगर 80000 बेड दिल्ली वालों को चाहिए होंगे तो लगभग डेढ़ लाख बेड की जरूरत सबके लिए पड़ेगी। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह बहुत बड़ी चुनौती है। आसान काम नहीं है लेकिन इतना मैं कह सकता हूं कि हम पूरी कोशिश करेंगे। केजरीवाल ने कहा कि तन मन धन जो बन सकेगा यह हमारी जिम्मेदारी भी है और यह सेवा का काम है मैं खुद निकल लूंगा। और स्टेडियम बैंकट हॉल सभी तैयार किए जाएंगे।