CM केजरीवाल ने बढ़ाया कार्यकाल, DCW चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल 2024 तक पद पर बनी रहेंगी
नई दिल्ली.दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने एक बार फिर दिल्ली महिला आयोग (Delhi Commission for Women) की अध्यक्षा और उनकी टीम के कार्यकाल को विस्तार दे दिया है. इस बात की जानकारी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने ट्वीट के जरिए दी है.
ट्वीट में सीएम केजरीवाल (CM Kejriwal) ने कहा है कि दिल्ली महिला आयोग (DCW) की टीम लगातार बेहतरीन काम कर रही है. उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा था जिसे एक और कार्यकाल की मंजूरी दी गई है.बताते चलें कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार 2015 में बनने के बाद स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) को पहली बार डीसीडब्ल्यू का चेयरपर्सन नियुक्त किया गया था. इसके बाद 3 साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद 2018 में उनको दूसरी बार कार्यकाल विस्तार दे दिया गया था. लेकिन अब एक बार फिर से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनको तीसरी बार भी कार्यकाल विस्तार देने की घोषणा की है. यानी स्वाति मालीवाल 2024 तक डीसीडब्ल्यू चेयरपर्सन बनी रहेंगी.
इन सभी का तीन साल बढ़ा कार्यकाल
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के अलावा सदस्य सचिव पीपी ढल, सदस्य प्रोमिला गुप्ता, किरन नेगी, सारिका चौधरी, फिरदाैस खान और वंदना सिंह के कार्यकाल को तीन साल के लिए बढ़ाया गया है.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली महिला आयोग बेहतरीन काम कर रहा है. उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है. मैंने आज वर्तमान आयोग के एक और कार्यकाल को मंजूरी दी. स्वाति और उनकी टीम को शुभकामनाएं. अच्छा काम करते रहो.
बच्चियों से रेप करने के अपराधियों को फांसी देने की मांग को अनशन कर चुकी हैं स्वाति
महिला आयोग की अध्यक्ष अपने कार्यकाल में लगातार महिलाओं की सुरक्षा सम्मान और उनके अधिकारों को लेकर काम कर रही हैं. इस दौरान दिल्ली में अलग-अलग राज्यों से मानव तस्करी के जरिए लाई गई महिलाओं को भी छुड़ाया गया है. इसके साथ ही बच्चियों के बाल विवाह अपरहण जैसे मामलों में भी कार्रवाई की गई है. इसके अलावा स्वाति मालीवाल बच्चियों के साथ बलात्कार को लेकर अपराधियों को फांसी दिए जाने की मांग को लेकर अपने कार्यकाल में अनशन भी कर चुकी हैं.
इस दौरान उन्हें देश भर की महिलाओं और तमाम लोगों का समर्थन भी मिला था. इसके साथ ही हाल ही में दिल्ली महिला आयोग की टीम ने दिल्ली के दयालपुर इलाके से एक 12 साल के बच्चे को भी रेस्क्यू कराया था, उससे एक आटे की चक्की पर बाल मजदूरी करवाई जा रही थी.