शिक्षा और स्वास्थ्य में ‘दिल्ली वाला मॉडल’ अपनाएंगे सोरेन, केजरीवाल से पूछा सीक्रेट
झारखंड के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की । वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से न मिल पाने का दुख जताया । अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के दौरान हेमंत सोरेन ने उन्हें आगामी विधानसभा चुनावों के लिए मंगलकामनाएं दी, और दिल्ली का विकास मॉडल झारखंड में लागू करने की बात की ।
हेमंत सोरेन ने बताया कि पिछले कुछ सालों में दिल्ली में हुए विकास को लेकर उन्होंने अरविंद केजरीवाल से बातचीत की है कि इसे झारखंड में कैसे लागू किया जा सकता है । उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य हर प्रदेश के लिए एहम होता है । ऐसे में हम समझेंगे कि दिल्ली में इन क्षेत्रों पर किस तरह से काम हुआ है ।
इसके साथ ही उन्होंने पहले से चल रही विकास योजनाओं को लेकर बात की । उन्होंने कहा कि सभी विकास योजनाओं को आगे बढ़ाया जाएगा । विकास योजनाओं को रोकने के लिए हमारी सरकार नहीं बनी है । सोरेन ने कहा कि ‘यह सरकार जनता के हितों की है । जनता के सामने जो भी मुद्दा होगा, वह हमारी सरकार के लिए सर्वोपरि होगा ।’ उन्होंने प्रदेश में लगे हुए उद्योग धंधों को बंद न करने की घोषणा की । लेकिन इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर राज्य के आदिवासियों की ज़मीन उद्योगपतियों को बेची गई है, तो उसके साथ न्याय होगा ।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति और पूर्व राष्ट्रपति से मुलाकात को उन्होंने शिष्टाचार भेंट बताया । उन्होंने बताया कि जल्द ही राज्य में मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा । उन्होंने मंत्रिमंडल में सभी वर्गों के विधायकों को जगह देने की बात कही । इसके साथ ही उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर और एनआरसी को गंभीर मुद्दा बताते हुए उन्होंने कहा कि इसपर सेहमयी बनाए जाने की आवश्यकता है । उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता कायम रखने के लिए उनकी सरकार उन सभी मुद्दों पर विचार करेगी, जिनसे लोग पिछले पांच सालो में परेशान रहे हैं ।