CM भूपेश बघेल की रेडियो-वार्ता ने छुए लोकप्रियता के नये आयाम
नई दिल्ली, 24 दिसम्बर। समाज के हर वर्ग की भावनाओं से अवगत होने, उनके सवालों का जवाब देने और अपने विचार साझा करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा शुरु की गई रेडियो-वार्ता ‘लोकवाणी’ लोकप्रियता के नये आयाम स्थापित कर रही है। आकाशवाणी के सभी केंद्रों से प्रसारित होने वाली इस रेडियो-वार्ता की 13 कड़ियां प्रसारित हो चुकी हैं। 14 वीं कड़ी का प्रसारण नये साल में 10 जनवरी को होगा।
लोकवाणी का प्रसारण हर माह के दूसरे रविवार को सुबह 10.30 से 11 बजे तक किया जाता है। इसके अलावा इसे विभिन्न एफएम चैनलों तथा क्षेत्रीय टीवी न्यूज चैनलों पर भी प्रसारित किया जाता है। इस कार्यक्रम के माध्यम से छत्तीसगढ़ के लोगों का मुख्यमंत्री बघेल के साथ सीधा संवाद होता है। रेडियो-वार्ता की अलग-अलग कड़ियां अलग-अलग विषयों पर आधारित होती हैं। इन विषयों पर आम लोगों से सवाल एवं सुझाव आमंत्रित किए जाते हैं, जिन्हें कोई भी व्यक्ति आकाशवाणी रायपुर के दूरभाष नंबर 0771-2430501, 02 और 03 पर निर्धारित तिथियों में रिकार्ड करा सकता है। लोकवाणी का पहला प्रसारण 11 अगस्त 2020 से शुरु हुए था, जिसके बाद से लेकर अब तक कृषि तथा ग्रामीण विकास, शिक्षा और युवा, स्वास्थ्य एवं मातृ-शक्ति, नगरीय विकास का नया दौर, आदिवासी विकास-हमारी आस, सेवा का एक साल, बालमन और तनाव (परीक्षा प्रबंधन और युवा कैरियर के आयाम), महिलाओं को बराबरी का अवसर, न्याय योजनाएं नयी दिशाएं, समावेशी विकास-आपकी आस, नवा छ्त्तीसगढ़- हमर विकास-मोर कहानी, बालक बालिकाओं की पढ़ाई-खेलकूद और भविष्य, छत्तीसगढ़ सरकार दो वर्ष का कार्यकाल जैसे विषयों पर रेडियो-वार्ता का प्रसारण हो चुका है।
छत्तीसगढ़ की एक बहुत बड़ी जनसंख्या वनक्षेत्रों में निवास करती है, जहां रेडियो के अलावा संचार का और कोई विकल्प नहीं है। ऐसे में लोकवाणी के रेडियो प्रसारण के माध्यम से छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं और नीतियों की जानकारियां सीधे उन दुर्गम क्षेत्रों तक भी पहुंच रही हैं। इन क्षेत्रों में निवास करने वाले लोग न केवल अपने मुख्यमंत्री से जानकारी प्राप्त कर रहे हैं, बल्कि सीधे उनसे सवाल भी कर रहे हैं, कि छत्तीसगढ़ के विकास को लेकर उनकी सोच और आगामी कार्ययोजना क्या है। शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन का फीडबैक भी आम लोगों से सीधे मुख्यमंत्री को प्राप्त होता है। इस कार्यक्रम की प्रतीक्षा शहरी क्षेत्र के लोगों को भी होती है, क्योंकि लोकवाणी मुख्यमंत्री से संवाद स्थापित करने का बेहतर मंच भी है। प्रत्येक कार्यक्रम के आखिर में इस बात की उद्घोषणा की जाती है कि अगली कड़ी किस विषय पर आधारित रहेगी, ताकि लोग आकाशवाणी के माध्यम से अपने विचार और सुझाव रिकार्ड करवा सकें। आम लोगों के साथ-साथ ग्राम पंचायतों, नगर पंचायतों, नगरपालिकाओं के जनप्रतिनिधियों को भी इस कार्यक्रम की प्रतीक्षा रहती है, क्योंकि उन्हें इस कार्यक्रम के माध्यम से शासन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी मिल पाती है। अनेक निकायों तथा सार्वजनिक स्थलों पर इस कार्यक्रम को सामूहिक रूप से सुना जाता रहा है। कोविड काल के दौरान जब इस तरह के सामूहिक आयोजन बाधित हुए, तब भी लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ, उन्होंने अपने घर-परिवार के बीच इसका श्रवण जारी रखा।
बलौदाबाजार जिले के ग्राम मगरचबा के आदिवासी किसान विष्णु पैकरा कहते हैं कि हम लोग लोकवाणी का हर प्रसारण सुनते हैं, चाहे घर पर हों या खेत पर। वे कहते हैं कि यह जानकर अच्छा लगता है कि सरकार किसानों और आदिवासियों की चिंता करती है। जांजगीर की ग्यारहवीं की छात्रा मेघा कहती हैं कि लोकवाणी के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण और आर्थिक समृद्धि के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी मिली। राज्य सरकार महिलाओं को शिक्षित करने और उन्हें समाज में बराबरी का दर्जा दिलाने के लिए बहुत अच्छा काम कर रही है। रितू साहू कहती हैं कि महिलाओं को समृद्धि की राह पर ले जाने के लिए महिला स्व सहायता समूह के माध्यम से जो प्रयास किए जा रहे हैं, उसकी जानकारी लोकवाणी के माध्यम से मिली। यह जानकर अच्छा लगा कि महिलाएं जो सामान तैयार कर रही हैं, वे बाजार में अच्छी कीमत पर बिक रहे हैं। साक्षी, आरती, मुस्कान, गौरी और निशा ने कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत महिलाओं और बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए शासन द्वारा बहुत अच्छे काम किए जा रहे हैं।