“Claudia Sheinbaum :मेक्सिको की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं, शपथ के साथ की ये कसम”
Claudia Sheinbaum ने मेक्सिको सिटी में देश की पहली महिला राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली, जिससे वे मेक्सिको की 66वीं राष्ट्रपति बनीं।
नई दिल्ली। मेक्सिको की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं Claudia Sheinbaum
Claudia Sheinbaum ने मेक्सिको सिटी में देश की पहली महिला राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली, जिससे वे मेक्सिको की 66वीं राष्ट्रपति बनीं। उन्होंने ऐसे समय में कार्यभार संभाला है जब देश आपराधिक हिंसा और अपराध के संकट से जूझ रहा है। शपथ लेते ही शीनबाम ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे देश में बढ़ती हिंसा और अपराध को जड़ से खत्म करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगी और इसके लिए ‘सामाजिक नीति’ का सहारा लेंगी।
राजनीति में आने से पहले
Claudia Sheinbaum पहले मेक्सिको सिटी की मेयर रह चुकी हैं। उनका विज्ञान में गहरा रुचि रहा है, और वे नेता बनने से पहले एक वैज्ञानिक थीं। उनका नेतृत्व करते हुए, उन्होंने शहर के विकास और सामाजिक नीतियों पर जोर दिया, जिससे उन्हें जनता का समर्थन मिला। शीनबाम ने आंद्रेस मैनुअल लोपेज़ ओब्रेडोर की जगह ली, जो मेक्सिको के पूर्व राष्ट्रपति थे।
यहूदी पृष्ठभूमि
शीनबाम यहूदी पृष्ठभूमि से आती हैं और वे इस संदर्भ में पहली राष्ट्रपति हैं। उन्होंने अपने पूर्ववर्ती की नीतियों के खिलाफ चुनाव लड़ा और अपनी स्पष्ट दृष्टिकोण को जनता के सामने रखा। उनके चुनावी अभियान में एक महत्वपूर्ण मुद्दा माफिया और ड्रग कार्टेल की चुनौतियों का समाधान था, जो लंबे समय से मेक्सिको में व्याप्त हैं।
राष्ट्रपति बनने के बाद की प्राथमिकताएं
राष्ट्रपति बनने के बाद शीनबाम का पहला दौरा अकापुल्को के सी बीचेस पर होगा, जो हाल में आई बाढ़ से बर्बाद हो गया था। यह दौरा उनके प्रशासन की प्राथमिकताओं का संकेत देता है, जिसमें प्राकृतिक आपदाओं से निपटना और स्थानीय अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करना शामिल है। वे देश की आर्थिक समस्याओं को भी गंभीरता से देखती हैं और इस दिशा में कार्रवाई करने का आश्वासन देती हैं।
चुनौतीपूर्ण माहौल
हालांकि, राष्ट्रपति पद की शुरुआत के साथ ही शीनबाम के सामने कई गंभीर चुनौतियाँ हैं। मेक्सिको में माफिया और हिंसक अपराधों का लंबा इतिहास रहा है, और ये समस्या उनके प्रशासन के लिए एक बड़ी परीक्षा होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि माफिया और अपराध से निपटना शीनबाम के लिए आसान नहीं होगा, क्योंकि ये मुद्दे गहरे और जटिल हैं।
क्लाउडिया शीनबाम का राष्ट्रपति पद ग्रहण करना एक ऐतिहासिक क्षण है, जो मेक्सिको के लिए एक नई दिशा का संकेत देता है। उनकी कार्यशैली और नीतियाँ न केवल देश के विकास को प्रभावित करेंगी, बल्कि वे सामाजिक न्याय और सुरक्षा के मुद्दों पर भी ध्यान केंद्रित करेंगी। उनके लिए यह चुनौतीपूर्ण समय होगा, लेकिन उनकी नेतृत्व क्षमता और दृढ़ता से उम्मीद की जा रही है कि वे इन चुनौतियों का सामना कर सकेंगी।