“CJI चंद्रचूड़ ने वकील को क्यों लताड़ा?”:कल आप मेरे घर ही आ जाएंगे
CJI डीवी चंद्रचूड़ ने आज (3 अक्टूबर) एक वकील को अदालत में जमकर फटकार लगाई। यह घटना तब हुई जब वकील ने कोर्ट से कहा कि उसने कोर्ट मास्टर से आदेश के विवरण के बारे में क्रॉस-चेक किया था।
CJI चंद्रचूड़ ने वकील को अदालत में क्यों लताड़ा?
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश CJI डीवी चंद्रचूड़ ने आज (3 अक्टूबर) एक वकील को अदालत में जमकर फटकार लगाई। यह घटना तब हुई जब वकील ने कोर्ट से कहा कि उसने कोर्ट मास्टर से आदेश के विवरण के बारे में क्रॉस-चेक किया था।
-
UCC लोगों को कभी समझ नहीं आएगी बोले CJI रंजन गोगोईJanuary 20, 2025- 1:40 PM
-
NCC के डायरेक्टर जनरल ने ‘आइडिया और इनोवेशन प्रतियोगिता’ का किया उद्घाटनJanuary 10, 2025- 6:09 PM
वकील की हिम्मत पर सवाल
इस पर CJI चंद्रचूड़ ने गुस्से में कहा, “आपने कोर्ट मास्टर से यह पूछने की हिम्मत कैसे की कि मैंने कोर्ट में क्या लिखा? कल आप मेरे ही घर आ जाएंगे और निजी सचिव से पूछेंगे कि मैं क्या कर रहा हूं। क्या वकील अपना सारा विवेक खो चुके हैं?” इस टिप्पणी से स्पष्ट था कि CJI अदालत की गरिमा को बनाए रखने के प्रति गंभीर थे और इस तरह की हरकतों को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
Stock Market Crash : पांच बड़े कारणों से हुआ क्रैश”
CJI का रिटायरमेंट
CJI चंद्रचूड़ ने इस दौरान यह भी कहा कि भले ही वह 10 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं, लेकिन तब तक वह अपनी ज़िम्मेदारियों के प्रति पूरी तरह से सजग हैं। उन्होंने वकील को सलाह दी कि ऐसे अजीबोगरीब तरीके फिर से न अपनाएं।
अदालत की प्रक्रिया में व्यवधान
इससे पहले भी CJI ने वकीलों को फटकार लगाते हुए कहा था कि कुछ वकील बार-बार एक ही मामले को बेंच के सामने लाकर तारीख मांगते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की तरकीबें अपनाकर वकील “अदालत को बरगलाने” में सक्षम नहीं होंगे। CJI की यह टिप्पणी उन वकीलों के लिए थी जो बिना किसी ठोस कारण के बार-बार सुनवाई टालने की कोशिश करते हैं।
CJI चंद्रचूड़ की यह प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई की गंभीरता और अदालत के आदेशों के प्रति सम्मान बनाए रखना आवश्यक है। वकीलों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अदालत की प्रक्रिया में किसी भी प्रकार का व्यवधान या अनुशासनहीनता नहीं होनी चाहिए। यह घटनाक्रम एक महत्वपूर्ण संदेश है कि न्यायपालिका की गरिमा को बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है।