CJI : “कोर्ट की हवा महसूस करें” राष्ट्रीय न्यायिक संग्रहालय उद्घाटन पर

CJI चंद्रचूड़ ने कहा, "यह संग्रहालय सुप्रीम कोर्ट के इतिहास, धरोहर और सांस्कृतिक धारा का प्रतीक है। यह सुप्रीम कोर्ट की आत्मा को दर्शाता है।

CJI चंद्रचूड़ का सुप्रीम कोर्ट में राष्ट्रीय न्यायपालिका संग्रहालय का उद्घाटन

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डॉ. डी.वाई. चंद्रचूड़ ने गुरुवार को अपने सुप्रीम कोर्ट में अंतिम दिन के अवसर पर “राष्ट्रीय न्यायपालिका संग्रहालय और अभिलेखागार” का उद्घाटन किया। इस संग्रहालय का उद्घाटन सुप्रीम कोर्ट परिसर में हुआ और इसे सुप्रीम कोर्ट की आत्मा के रूप में वर्णित किया।

संग्रहालय के उद्घाटन पर CJI चंद्रचूड़ का संदेश

उद्घाटन के अवसर पर CJI चंद्रचूड़ ने कहा, “यह संग्रहालय सुप्रीम कोर्ट के इतिहास, धरोहर और सांस्कृतिक धारा का प्रतीक है। यह सुप्रीम कोर्ट की आत्मा को दर्शाता है।” उन्होंने यह भी कहा, “यह संग्रहालय आने वाली पीढ़ियों, छात्रों और आम लोगों के लिए एक स्थान होगा जहाँ वे सुप्रीम कोर्ट के इतिहास को जान सकेंगे और उस हवा को महसूस कर सकेंगे, जिसमें हम हर दिन सांस लेते हैं।”

सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीशों की उपस्थिति

इस अवसर पर सुप्रीम कोर्ट के कई वरिष्ठ न्यायाधीश, सुप्रीम कोर्ट के सचिव जनरल अतुल माधुकर कुहेरकर, रजिस्ट्रार और अन्य शीर्ष अधिकारी भी मौजूद थे। सभी ने संग्रहालय के विभिन्न प्रदर्शनों और हिस्सों का दौरा किया और इसके महत्व को समझा।

राष्ट्रीय न्यायपालिका संग्रहालय और अभिलेखागार

राष्ट्रीय न्यायपालिका संग्रहालय और अभिलेखागार सुप्रीम कोर्ट के इतिहास, न्यायिक धरोहर और न्यायपालिका के योगदान को प्रदर्शित करता है। संग्रहालय में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक दस्तावेजों, निर्णयों और न्यायपालिका से जुड़े महत्वपूर्ण घटनाओं पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई हैं। इसमें सुप्रीम कोर्ट के पहले न्यायाधीशों, महत्वपूर्ण फैसलों और संस्थापक न्यायिक विचारों को प्रदर्शित करने वाली सामग्री शामिल है।

आने वाली पीढ़ियों के लिए एक धरोहर

सीजेआई चंद्रचूड़ ने संग्रहालय को युवाओं और छात्रों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बताया, जहाँ वे भारतीय न्याय व्यवस्था और सुप्रीम कोर्ट की कार्यप्रणाली को बेहतर तरीके से समझ सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह संग्रहालय न केवल न्यायपालिका के महत्व को प्रदर्शित करेगा, बल्कि नागरिकों के बीच न्याय के प्रति जागरूकता भी बढ़ाएगा।

संग्रहालय का उद्देश्य

संग्रहालय का मुख्य उद्देश्य सुप्रीम कोर्ट के इतिहास और उसके योगदान को संरक्षित करना है। यह भविष्य में आने वाली पीढ़ियों के लिए एक अनमोल धरोहर साबित होगा, जिससे वे भारत की न्यायिक प्रक्रिया और उसके फैसलों से अवगत हो सकेंगे।

CJI चंद्रचूड़ के इस प्रयास को सुप्रीम कोर्ट में न्यायपालिका की धरोहर को संरक्षित करने और उसे जनता तक पहुँचाने के रूप में देखा जा रहा है।

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