आरजेडी में घमासान: तेजप्रताप के बदले सुर, कहा- नहीं तोड़ पाओगे कृष्ण- अर्जुन की ये जोड़ी
बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की अंदरुनी कलह खुलकर सामने आ गई है। इस तरह की अटकलें जोरों पर हैं कि लालू यादव के दोनों बेटों तेजप्रताप और तेजस्वी यादव के बीच सब ठीक नहीं है। कल छोटे भाई से मिलने के लिए पहुंचे तेजप्रताप से तेजस्वी की बात तो नहीं हुई लेकिन उन्होंने बड़े भाई को अनुशासन में रहने की नसीहत जरूर दी थी। इसके बाद तेजप्रताप के सुर बदल गए हैं।
पिछले कुछ दिनों से तेजप्रताप ने पार्टी के अंदर एक तरह से जंग का एलान कर दिया है। वे लगातार पार्टी के नेताओं पर हमला बोल रहे हैं। उनके टारगेट पर प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और तेजस्वी के सलाहकार संजय यादव हैं। वहीं तेजस्वी के साथ भी उनके टकराव की आशंका जताई जा रही है। हालांकि वे लगातार अपने छोटे भाई के साथ अच्छे संबंधों की दुहाई दे रहे हैं।
इसी बीच तेजप्रताप ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, ‘चाहे जितना षड्यंत्र रचो, कृष्ण- अर्जुन की ये जोड़ी को तोड़ नहीं पाओगे!’ इससे पहले तेजप्रताप ने तेजस्वी को बच्चा, जगदानंद सिंह को शिशुपाल और संजय यादव को दुर्योधन बताया था। शुक्रवार को लालू के बड़े बेटे अपने छोटे भाई से मिलने के लिए पहुंचे थे। मगर उनकी तेजस्वी से बात नहीं हो पाई। इसके बाद तेजप्रताप तेजस्वी के सलाहकार पर भड़क गए थे। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि संजय यादव उनके और तेजस्वी के बीच आने वाले कौन होते हैं।
तेजस्वी से बात करने से रोकने वाले संजय यादव कौन: तेज प्रताप
दरअसल नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मिलने के लिए राबड़ी आवास पहुंचे राजद विधायक और लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप चंद मिनटों के बाद ही बाहर निकल गए। इस दौरान वे काफी गुस्से में दिखे। पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हम तेजस्वी यादव से बात कर रहे थे तो संजय यादव ने हमें रोक दिया। हमको रोकने वाला वह कौन होता है।
पत्रकारों ने जब पूछा कि क्या संजय यादव दोनों भाइयों के बीच विवाद पैदा कर रहे हैं तो तेजप्रताप ने हां में जवाब दिया। तेजप्रताप ने शनिवार को प्रदेश राजद कार्यालय में जनता दरबार लगाने की भी बात कही। इस मसले पर तेजस्वी यादव की राय पूछे जाने पर तेजप्रताप ने मीडियाकर्मियों को सलाह दी कि आप खुद पूछिए कि आखिर हमें बात करने से क्यों रोका गया।