नेताओं की खींचतान से नगर परिषद की बजट बैठक हंगामे की भेंट चढ़ी

राजस्थान श्रीगंगानगर में कांग्रेस सरकार का समर्थन कर रहे निर्दलीय विधायक राजकुमार गौड़ और गत विधानसभा चुनाव में पराजित प्रत्याशी अशोक चांडक की आपसी खींचतान और गुटबाजी के कारण नगर परिषद की आज आयोजित बजट बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गई।
बैठक में 129 करोड़ का बजट रखा गया। बैठक महज 24 मिनट ही चली। शौरगुल और हंगामे की बीच खत्म हुई बैठक में स्पष्ट नहीं हुआ की बजट पास हुआ है या नहीं। इसमें सत्तारूढ़ कांग्रेस के पार्षद दो गुटों में बंट गए।
विपक्षी भाजपा पार्षदों की ओर से नगर परिषद में भारी भ्रष्टाचार होने के आरोप लगाए गए। लगभग छह महीने बाद नगर परिषद का बजट पास करने के लिए आज बैठक बुलाई गई थी। आयुक्त सचिन यादव ने बजट प्रस्ताव के बिंदुओं को पढ़कर सुनाया। तत्पश्चात सभापति करुणा चांडक ने बजट पर चर्चा के लिए पार्षदों से आग्रह किया।
नेता प्रतिपक्ष भाजपा पार्षद बबीता गौड़ में जब बजट के बिंदुओं पर बोलना शुरू किया तो चांडक गुट के पार्षद टोका टाकी करने लगे। श्रीमती बबीता ने कहा कि इंदिरा रसोई योजना के नाम पर राजनीति की जा रही है। इसके लिए आगामी वर्ष में 2 करोड का बजट रखा गया है जबकि पिछले वर्ष मुश्किल से पचास लाख रुपए भी खर्च नहीं हुए।
श्रीमती बबीता गौड़ ने बजट प्रस्तावों पर तीखे सवाल खड़े करने शुरू किए तो चांडक गुट के कतिपय पार्षद टोका टाकी करने लगे। उन्होंने कहा कि सभी पार्षदों को क्रमवार बजट पर बोलने का मौका दिया जाए। इसलिए पहले उन्हें ही बोलने दिया जाए। मगर चांडक गुट के पार्षदों ने टोका टाकी जारी रखी। इस पर बबीता गौड़ ने कहा कि जब बजट चर्चा करवानी ही नहीं है तो फिर बिना चर्चा के ही बजट पास कर दिया जाए।
आरोप-प्रत्यारोप तथा हंगामे के बीच सभापति करुणा चांडक सभी का धन्यवाद कहकर सभागार से बाहर चली गईं।

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