चूरू : गर्भवती महिला की मौत को लेकर विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने किया लाठी चार्ज
चूरू। जिले के सादुलपुर तहसील के रामपुरा गांव में गर्भवती महिला की मौत को लेकर विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर रविवार दोपहर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय विधायक डॉ कृष्णा पूनियां मौके पर पहुंची तो आंदोलनकारियों ने उनका विरोध करते हुए नारेबाजी की। विधायक ने स्वास्थ्य केंद्र में पहुंच कर महिलाओं को बुलाकर बात करने का प्रयास किया मगर महिलाएं आने को तैयार नहीं थी। इसी बीच तकरार जैसी स्थिति बन गई बताई गई और पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया है।
जानकारी मिली है कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए बताते हैं व ग्रामीणों में से कुछ ने पुलिस पर पत्थर भी फैंके हैं। इस प्रकार की स्थिति में विरोध कर रहे ग्रामीण एक बार तो तितर-बितर हो गए, मगर अब वापस धरना स्थल पर पहुंचने आरंभ हो गए हैं। उधर राजस्थान विधानसभा में उप मुख्य सचेतक राजेंद्र राठौड़ भी रामपुरा के लिए रवाना हो गए हैं। उधर वर्तमान में गांव रामपुरा में तनाव की स्थिति बन गई है। फिलहाल लोग धरनास्थल पर पहुंच रहे हैं। हालांकि मौके पर कोई प्रशासनिक अथवा चिकित्सा अधिकारी समाचार लिखे जाने तक मौजूद नहीं है, मगर भारी संख्या में पुलिस बल और आरएसी के जवानों को तैनात किया हुआ है। पूर्व विधायक मनोज न्यांगली भी धरना स्थल पर पहुंचे, जिन्होंने मृतक के परिवार और आंदोलनकारियों से बातचीत की है। आंदोलनकारियों की मांग है कि जिला कलेक्टर मौके पर आकर बातचीत करें तथा मृतका के परिजनों को मुआवजा दिलवाया जाए। ज्ञातव्य रहे कि 9 अक्टूबर की देर रात को कथित चिकित्सकीय लापरवाही के कारण 25 वर्षीय युवती रचना मीणा की मौत हो गई, जो 8 माह की गर्भवती बताई गई है।