चीन के वैज्ञानिकों ने बनाई बंदर सूअर प्रजाति, यह हुआ अंजाम
चीन के वैज्ञानिकों ने बंदर और सूअर के जीन मिलाकर एक नई प्रजाति का जानवर पैदा किया है । दोनों जानवरों की हाइब्रीडाइसशन से जन्मे जानवर को ‘बंदर-सूअर प्रजाति’ का नाम दिया गया है । मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सूअर के दो बच्चों के दिल, जिगर और त्वचा में बंदर के ‘टिश्यू’ मौजूद हैं । सूअर के ये दोनों बच्चे स्टेट सेल और प्रजनन जीव विज्ञान की स्टेट प्रयोगशाला में पैदा हुए थे, लेकिन एक हफ्ते के भीतर ही दोनों की मौत हो गई ।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजिंग की स्टेट सेल की प्रमुख प्रयोगशाला और प्रजनन जीव विज्ञान के वैज्ञानिकों की मानें तो यह पूरी तरह से बंदर-सूअर की पहली रिपोर्ट है । वैज्ञानिकों ने बताया कि पांच दिनों के पिगलेट भ्रूण में बंदर की स्टेम कोशिकाएं थीं । इस तरह के शोध से पता चला है कि कोशिकाएं कहां समाप्त हुई हैं । हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि दोनों बंदर-सुअर की मौत क्यों हुई । वैज्ञानिकों के मुताबिक इनकी मौत आईवीएफ प्रक्रिया में किसी तरह की समस्या की चलते हुई होगी ।
गौरतलब है कि यह प्रयोग स्पैनिश वैज्ञानिक युआन कार्लोस इजिपिसुआ बेलमोंटे के दो साल पहले किए गए प्रयास को देखते हुए किया गया था । दरअसल जनवरी 2017 में सैन डिएगो के सल्क इंस्टीट्यूट में भी एक मानव-सूअर भ्रूण बनाया गया था, लेकिन 28 दिन बाद उसकी मौत हो गई थी । एक रिपोर्ट के मुताबिक तांग हाई और और उनकी टीम ने जुआन कार्लोस की सोच को ही आगे बढ़ाया । इसके तहत आनुवंशिक रूप से संशोधित बंदर कोशिकाओं को 4,000 से अधिक सूअर भ्रूणों के अंदर डाला गया था । इनसे पैदा हुए सूअर के बच्चों में से केवल दो बच्चे ही बंदर-सुअर थे ।