सीमा विवाद में सहमति:14वें दौर की बातचीत के लिए भारत-चीन सहमत
हॉट स्प्रिंग से पीछे हटने पर रहेगा एजेंडा
पूर्वी लद्दाख में सीमा पर चल रहे गतिरोध को सुलझाने के लिए भारत और चीन एक और दौर की बातचीत के लिए सहमत हो गए हैं। हालांकि 14वें दौर की बातचीत की तारीख अभी तय नहीं हुई है, लेकिन भारत की कोशिश एजेंडे को वहीं से शुरू करना है, जहां 10 अक्टूबर को 13वें दौर की बातचीत बीच में रह गई थी।
चीन को हॉट स्प्रिंग से सैनिक हटाने के लिए मनाएंगे
भारतीय पक्ष इस बार भी चीनी पक्ष को अपने सैनिक कोंगका ला के करीब हॉट स्प्रिंग से पीछे हटकर उनके स्थाई बेस पर लौटने के लिए तैयार करने का प्रयास करेगा।
साथ ही उसकी दो एरिया चार्डिंग नुल्लाह जंक्शन व देपसांग में भारतीय जवानों की गश्त पिछले साल अप्रैल से पूर्व की तरह ही शुरू कराने की भी कोशिश रहेगी। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने अब तक इन दोनों ही मांग पर अड़ियल रुख ही अपनाया है।
बायलेटरल पैक्ट्स के पालन की करेंगे मांग
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष 14वें दौर की सैन्य वार्ता के लिए तैयार हो गए हैं। दोनों पक्षों का टारगेट वेस्टर्न सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर मौजूदा बायलेटरल पैक्ट्स और प्रोटोकॉल्स के तहत टकराव वाली सभी जगह पर पूरी तरह से तनाव कम करना और जवानों को पीछे हटाना है।
मंत्रालय ने कहा, राजनयिक वार्ता भी वर्किंग मैकेनिज्म फॉर कंसल्टेशन एंड कोआर्डिनेशन ऑन इंडिया-चीन बॉर्डर अफेयर्स (WMCC) के फ्रेमवर्क के तहत होगी।
पिछले साल से चल रहा गतिरोध, डटी हैं दोनों सेनाएं
पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाएं पिछले साल 5 मई को गलवां घाटी में जवानों के बीच संघर्ष के बाद से आमने-सामने डटी हुई हैं। करीब चार दशक में पहली बार LAC पर इस खूनी संघर्ष के बाद से दोनों सेनाओं के हजारों जवान भारी हथियारों के साथ आमने-सामने डटे हुए हैं।
इस गतिरोध को कम करने के लिए अब तक 13 दौर की वार्ता हो चुकी है। इन वार्ताओं के दौरान बनी आपसी सहमति के बाद पिछले साल अगस्त में गोगरा एरिया और फरवरी में पैंगोंग लेक के उत्तरी व दक्षिणी किनारों से दोनों पक्ष सेनाएं हटा चुकी हैं।
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