LAC पर चीन बढ़ा रहा ताकत, परमाणु बॉम्बर से मिसालें तक कर रहा तैनात
पेइचिंग. पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में पिछले कई महीनों से भारत (India) और चीन (China) की सेनाओं के बीच जारी तनाव के बाद अब ड्रैगन एक बार फिर भारतीय सीमा (Indian Border) पर हलचल तेज कर रहा है. खबर है कि चीन पश्चिमी सीमा पर हवाई ताकत (Airpower) को बढ़ाने में जुटा हुआ है. चीन पश्चिमी सीमा पर अपनी हवाई ताकत को ऐसे समय में मजबूत कर रहा है जब सीमा पर भारत के साथ उसका तनाव चरम पर पहुंच चुका है. खुफिया जानकारी के मुताबिक चीन अपने हवाई ठिकानों पर घातक मिसाइलों से लेकर परमाणु बॉम्बर्स तक तैनात कर रहा है.
अमेरिकी रक्षा वेबसाइट द ड्राइव की ओर से बताया गया है कि पूर्वी लद्दाख में गलवान हिंसा के बाद से भारत और चीन का रुख अब निर्णायक मोड़ पर आ गया है. दोनों ही देश अपनी-अपनी सीमा को और मजबूत करने में लगे हुए हैं. भारत ने जहां अपनी सीमा पर सैनिकों की संख्या और राफेल जैसे विमान खड़े किए हैं, वहीं चीन भी अब अपनी सीमा को और ताकतवर बनाने में जुट गया है. चीन ने भारतीय सीमा पर पिछले एक साल में अपनी हवाई गतिविधियों को अप्रत्याशित तरीके से आगे बढ़ा दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने अपनी हवाई सीमाओं पर ऐसे विमान खड़े किए हैं जो भारतीय विमान को मारा सकते हैं.
सैटेलाइट तस्वीरों में भी देखा जा सकता है कि चीन ने अक्साई चीन से लेकर अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर किलेबंदी कर दी है. इस पूरी सीमा पर नए ठिकाने, हेलिपोर्ट और रेल लाइन बनाई जा रही है. अपने इन प्रोजेक्ट के जरिए जहां वह अपनी सीमा की सुरक्षा कर रहा है वहीं इसका रणनीतिक असर भी देखने को मिल सकता है. रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक चीन पश्चिमी सीमा पर तिब्बत और शिंजियांग प्रांत में सैन्य इंफ्रास्ट्रक्चर को बहुत तेजी से बढ़ाया है.
भारत ने भी सीमा पर पहले से ज्यादा तैयारी की हुई है
LAC के साथ-साथ लद्दाख में चीन का सामना करने के लिए अतिरिक्त स्ट्राइक कॉर्प्स तैनात किए गए हैं. ‘मथुरा की वन स्ट्राइक कॉर्प्स को लद्दाक में उत्तरी सीमा पर भेजा गया है. 17 माउंटेन स्ट्राइक कॉर्प्स को अतिरिक्त 10 हजार जवान मुहैया कराए गए हैं और उन्हें पूरे उत्तर पूर्वी राज्यों का जिम्मा दिया गया है.’ भारतीय वायुसेना ने भी अपने स्तर पर काम शुरू कर दिया है. राफेल के साथ-साथ, मिग-29 और सू-30 जहाजों की टुकड़ी उत्तरी सीमाओं के इलाके में सक्रिय रहेगी. वहीं, इस महीने के अंत तक दूसरा स्क्वाड्रन भी ऑपरेशन के लिए तैयार होगा. ना ने LAC पर पहली बार के-9 तोपें तैनात की हैं. खास बात है की इन तोपों में पहिए लगे होते हैं, जिनकी वजह से इनकी आवाजाही में किसी अन्य गाड़ी का जरूरत नहीं होती. सेना ने M-777 आर्टिलरी गन भी तैनात की हैं. इसके अलावा भारत ने हवाई सुरक्षा की भी पुख्ता व्यवस्था की है.