भारतीय सीमा के पास चीन ने किया खतरनाक युद्धाभ्यास, विनाशकारी हथियारों से थर्राया काराकोरम
बीजिंग, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी और वायु सेना ने हाल ही में उत्तर पश्चिमी चीन में पठारी क्षेत्रों में खतरनाक युद्धाभ्यास किया है। जिसमें चीन ने विनाशकारी हथियारों का इस्तेमाल किया है। चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक चीन की सेना ने इस युद्धाभ्यास में आधुनिक हथियारों का टेस्ट किया है। रिपोर्ट के मुताबिक काराकोरम पहाड़ी के किसी इलाके में चीन की सेना ने खतरनाक युद्धाभ्यास को अंजाम दिया है।
भारतीय सीमा के पास युद्धाभ्यास
पिछले कुछ सालों से लगातार भारत और चीन के सैनिक एलएसी पर डटे हुए हैं और पिछले साल दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प भी हुई थी और अभी तक दोनों देशों के एक लाख से ज्यादा सैनिक एलएसी पर तैनात हैं। वहीं ग्लोबल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीन की सेना पीएलए ने कई नए हथियारों और उपकरणों के साथ-साथ परीक्षण के लिए उन्नत तैनाती को लेकर रणनीति बनाई और उन हथियारों का परीक्षण किया है। चीन के विश्लेषकों ने रविवार को कहा कि इस युद्धाभ्यास के साथ ही ये साबित हो गया है कि चीन की सेना नये प्रकार के युद्ध के लिए तैयार है और युद्ध की परिस्थिति में चीन की सेना अपने मिशन को काफी बेहतर तरीके से अंजाम दे सकती है।
काराकोरम पहाड़ी इलाके में युद्दाभ्यास
ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 4,500 मीटर से अधिक की ऊंचाई पर काराकोरम पर्वत गहराई में चीन की सेना पीएलए ने खतरनाक युद्धाभ्यास किया है। पीएलए की शिनजियांग सैन्य कमान से जुड़ी एक ब्रिगेड ने नये तोपों के साथ हाल ही में सेना में शामिल किए गये स्व-चालित कई रॉकेट लॉन्चर सिस्टम के साथ लाइव फायरिंग शूटिंग की टेस्ट की। चीन की एक और सरकारी न्यूज चैनल सीसीटीवी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि रॉकेट ने अपने लक्ष्य पर सटीक गोलों की बारिश की है। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
नये मिसाइलों की टेस्टिंग
रिपोर्ट के मुताबिक, कम्यूनिस्ट पार्टी की सेना पीएलए के शिनजियांग मिलिट्री कमांड ने हाल ही में सेना में शामिल किए गये पीसीएल-161 सेल्फ प्रोपेल्ड हॉवित्जर के साथ भी काराकोरम पहाड़ियों पर करीब 5 हजार मीटर की ऊंचाईयों पर मौजूद निशाने को भेदने की कोशिश की। वहीं एक और शिनजियांग सैन्य कमान ब्रिगेड ने बर्फीले पठारी क्षेत्र में हाल ही में सेना में शामिल किए गये PHL-03 लंबी दूरी के कई रॉकेट लॉन्चर सिस्टम दागे और दुश्मन के निशाने को भेदने की कोशिश की। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
नये हथियारों की टेस्टिंग
ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक इन अभ्यासों में दिखाए गए हथियार और सैन्य उपकरण बिल्कुल नये हैं और कुछ समय पहले ही चीन की सेना में शामिल किए गये हैं। टेस्टिंग के जरिए इन हथियारों की मारक क्षमता को परखने की कोशिश की गई है। एक चीनी विशेषज्ञ ने नाम ना छापने की शर्त पर ग्लोबल टाइम्स को कहा कि पिछले 2 महीने के दौरान चीन की सेना ने युद्ध को लेकर जबरदस्त क्षमताओं को हासिल किया है। चीन की सरकारी मीडिया सीसीटीवी ने शनिवार को बताया कि सेंट्रल थिएटर कमांड की 81वीं ग्रुप आर्मी और ईस्टर्न थिएटर कमांड से 72वीं ग्रुप आर्मी ने भी अभ्यास के लिए पठारी और रेगिस्तानी इलाकों में सैनिकों को भेजा है अपने साथ हॉवित्जर, वायु रक्षा मिसाइल, ड्रोन और टोही वाहनों की टेस्टिंग की है। (प्रतीकात्मक तस्वीर)