चीन रोक सकता है यूक्रेन-रूस युद्ध – मैंक्रो
पैरिस/बीजिंग। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रूस और यूक्रेन के बीच करीब सवा साल से चल रहे युद्ध को रोकने के लिए चीन को योग्य बताया है। मैक्रों ने ट्वीट किया कि मुझे विश्वास है कि शांति के निर्माण में चीन की एक प्रमुख भूमिका है। मैं इसी पर चर्चा करने आया हूं। राष्ट्रपति शी जिनपिंग से व्यवसायों, जलवायु व जैव विविधता और भोजन के बारे में भी बात की जाएगी।
दरअसल, मैक्रों ने गुरुवार को बीजिंग में अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग से मुलाकात की थी। कहा जा रहा है कि फ्रांस के राष्ट्रपति को उम्मीद है कि चीन वैश्विक समस्याओं के समाधान के प्रयासों में सक्रिय भागीदारी कर सकता है। तीन दिवसीय चीन यात्रा के दौरान मैक्रों ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात के दौरान उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध को शांत कराने के प्रयासों के लिए चीन को आगे आने को कहा। मैक्रों ने कहा कि वह कोशिश करेंगे कि यूक्रेन, ईरान और उत्तर कोरिया सहित अंतरराष्ट्रीय शांति और स्थिरता संबंधी मुद्दों पर चीन अपनी साझी जिम्मेदारी निभाए। मैक्रों ने ट्वीट किया कि मुझे विश्वास है कि शांति के निर्माण में चीन की एक प्रमुख भूमिका है। मैं इसी पर चर्चा करने आया हूं। चीन के फ्रांसीसी दूतावास में आयोजित कार्यक्रम में मैक्रों ने पुतिन की बेलारूस में सामरिक परमाणु हथियार तैनात करने की योजना का भी उल्लेख किया। जिसका विरोध चीन ने किया था। मैक्रों ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से रूस-यूक्रेन युद्ध के अलावा व्यवसाय, जलवायु व जैव विविधता पर भी बातचीत की।
बता दें कि मैक्रों ने चीन की तारीफ करके और उसे युद्ध रोकने के लिए उपयोगी बताकर एक कूटनीतिक प्रयास किया है, जिसका यूरोपीय एकता का संदेश देने का एक बहाना है। सच तो यह है कि फ्रांस चीन से रिश्ते बेहतर करने के लिए पहल कर रहा है, जिसके पीछे किसका क्या लालच है, नहीं पता। चीन भी फ्रांस से कम तेज नहीं है, वह अपने स्वार्थ साधने में लगा है।