चीन की तानाशाहीः हॉर्स फेस्टिवल का वीडियो बनाने पर 110 तिब्बती किए गिरफ्तार
तिब्बत के लोगों को चीन लगातार परेशान कर रहा है। स्थानीय घुड़दौड़ उत्सव (Horse festival) का वीडियो लेने के आरोप में 110 तिब्बतियों को हिरासत में लिया गया है। फायुल ने तिब्बत वाच का हवाला देते हुए बताया कि अब तक 80 तिब्बतियों को आर्थिक जुर्माना देने के लिए मजबूर कर रिहा कर दिया गया है जबकि 30 बंदियों का विवरण अभीतक नहीं मिला है। एक अनाम सूत्र ने खुलासा किया कि स्थानीय चीनी अधिकारियों ने सुबह करीब साढ़े नौ बजे ग्रामीणों के साथ बैठक की।
इस दौरान उन्होंने सभी ग्रामीणों से अपने मोबाइल फोन टेबल पर रखे बॉक्स में रखने को कहा और बाद में तलाशी अभियान चलाया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बैठक में 11 पुलिस अधिकारी मौजूद थे और उन्होंने 110 लोगों के नाम पुकारे और उन्हें पुलिस थाने ले गए। 9 अगस्त को हुए इस घुड़दौड़ उत्सव पर ऑनलाइन सामग्री के लिए कई स्थानीय तिब्बतियों से पूछताछ की गई।
रिपोर्ट के अनुसार हिरासत में लिए गए 90 तिब्बतियों को उनकी रिहाई के लिए 5000 युआन का जुर्माना देना पड़ा। हालांकि घटना से पहले चीनी अधिकारियों ने उपस्थित लोगों को एक नोटिस जारी कर चेतावनी दी थी कि अगर लोग उत्सव अधिकारियों की तस्वीरें या वीडियो लेते हैं या उन्हें ऑनलाइन साझा करते हैं तो गिरफ्तारी और जुर्माना हो सकती है।
बता दें कि 1950 में चीनी सैनिकों ने तिब्बत पर कब्जा कर लिया। 1951 के तिब्बती विद्रोह में तिब्बती निवासियों और चीनी सेनाओं के बीच हिंसक संघर्ष हुए। 14वें दलाई लामा चीनी शासन के खिलाफ असफल विद्रोह के बाद पड़ोसी देश भारत भाग गए। सर्वोच्च तिब्बती बौद्ध नेता दलाई लामा ने भारत में निर्वासित सरकार की स्थापना की। वर्तमान में अकेले धर्मशाला में 10,000 से अधिक तिब्बती रहते हैं और दुनिया भर में अनुमानित 1, 60, 000 तिब्बती निर्वासित हैं।