मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ “किसान कल्याण मिशन” का करेंगे शुभारंभ!
मुख्यमंत्री “किसान कल्याण मिशन” का करेंगे शुभारंभ! -मुख्यमंत्री किसानों से करेंगे संवाद और किसानों की भलाई के लिए उठाये गए कदमों का करेंगे जिक्र -हर ब्लाक में किसानों का होगा सम्मान, किसानों को कृषक उपहार योजना का दिया जाएगा लाभ
लखनऊ 5 जनवरी 2021 :
राज्य में कृषि तथा कृषि आधारित गतिविधियों के विकास से किसानों की आय को दोगुना करने की मुहिम के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार 6 जनवरी को लखनऊ के दादूपुर ग्राम में “किसान कल्याण मिशन” का शुभारंभ करेंगे। जिसके तहत उन्नत किसान और आत्मनिर्भर प्रदेश के संकल्प के तहत राज्य के 825 विकास खंडों में किसान कल्याण मिशन के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। किसान कल्याण मिशन के शुभारंभ को लेकर आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही और कृषि राज्यमंत्री लाखन सिंह राजपूत भी मौजूद रहेंगे।
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री किसानों से संवाद करते हुए विगत साढ़े तीन वर्षों में किसानों के कल्याण के लिए उठाये गए महत्वपूर्ण कदमों का जिक्र करते हुए किसानों से संवाद करेंगे। किसान कल्याण मिशन के तहत किसानों की भलाई के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है और उससे किसानों का कैसे भला होगा? कार्यक्रम के दौरान विस्तार से इसका भी जिक्र किया जाएगा। किसान कल्याण मिशन के जरिये योगी सरकार खेतीबाड़ी के उन्नत तौर-तरीकों के जरिए किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रगतिशील किसानों की मदद लेगी। इस क्रम में किसानों के लिए स्थानीय स्तर पर होने वाले किसान मेलों और किसान गोष्ठियों में यही प्रगतिशील किसान बाकी किसानों को अपनी सफलता के बारे में बताएंगे। सरकार को उम्मीद है कि उनकी कहानी से प्रेरणा लेकर अन्य किसान भी बेहतर करके खुशहाल होंगे। इसके लिए कृषि विभाग हर जिले से रोलमॉडल के रूप में 100 प्रगतिशील किसानों का चयन करेगा। 6 से 21 जनवरी तक 825 विकास खंडों पर आयोजित होने वाले किसान कल्याण मिशन के कार्यकमों में अपनी बात रखने के लिए किसानों को मंच देने के साथ सम्मानित भी किया जाएगा।
किसान कल्याण मिशन के तहत होंगे कई कार्यक्रम :-
किसान क्रेडिट कार्ड और एफपीओ के पदाधिकारियों को दिए जाएंगे प्रमाणपत्र :-
राज्य के 825विकास खंडों में किसान कल्याण मिशन के माध्यम से चलाए जाने वाले जागरूकता महाभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम में ब्लॉक स्तर पर गठित फार्मर्स प्रोड्यूसिंग ऑर्गनाइजेशन (एफपीओ) के पदाधिकारी भी आमंत्रित किए जाएंगे। उनको प्रमाणपत्र देने के साथ, उनके लिए मंजूर फॉर्म मशीनरी बैंक, बीज विधायन संयंत्र भी बाटे जाएंगे। इसके अलावा किसान मेला तथा कृषि मेला एवं कृषि प्रदर्शनी का आयोजन होगा। प्रगतिशील किसानों का रोल माडल के रूप में सम्मान किया जाएगा। किसान क्रेडिट काम का वितरण किया जाएगा। कृषि रक्षा रसायनों का वितरण किया जाएगा। पशुपालन को लेकर जानकारी दी जाएगी। पशुधन बीमा योजना संबंधी स्वीकृति पत्र एवं सहायता राशि का वितरण किया जाएगा। पशुओँ का खुरपका-मुहपका टीकाकरण भी होगा। मनरेगा से जुड़े कार्यक्रमों का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। भूमि संरक्षण, वर्मी कम्पोस्ट, कैटल शेड, मत्स्य तालाब एवं औद्यानीकरण कार्यक्रम के प्रति जागरूकता के कार्यक्रम भी होंगे। मुख्यमंत्री कृषक उपहार योजना के तहत किसानों को ट्रैक्टर सहित अन्य उपकरणों का वितरण किया जाएगा।
महिला किसानों की सहभागिता पर जोर
महिलाओं के सम्मान एवं स्वावलंबन के लिए सरकार शारदीय नवरात्रि से मिशन शक्ति अभियान चला रही है। कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी के अनुसार एक्सपोजर न मिलने के मद्देनजर मिशन किसान कल्याण में महिलाओं की भी पर्याप्त भागीदारी सुनिश्चित कराई जाएगी। इस बाबत सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं।
शासन स्तर से होगी मोनिटरिंग
पूरे अभियान की शासन स्तर से मॉनिटरिंग होगी। इसके कृषि विभाग किसान कल्याण माइक्रो साइट बनाएगा। सभी सूचनाएं विभाग के पोर्टल पर डाली जाएंगी। सूचना विभाग प्रचार के हर माध्यम पर इस आयोजन का प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराएगा। जिलेवार ये सूचना भी एकत्र की जाएगी कि अभियान के दौरान कितने किसानों से संपर्क किया गया, कितनों से वार्ता हुई। सम्बंधित किसानों के मोबाइल/व्हाट्सएप नंबर भी एकत्र किए जाएंगे।
साढ़े तीन वर्षों में किसानों के हित में लिए गए महत्वपूर्ण फैसले :
पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत यूपी में अबतक 27 हजार 101 करोड़ रूपये की राशि हस्तांतरित की गई। 36 हजार करोड़ रूपये से 86 लाख लघु एवं सीमान्त किसानों का कर्ज माफ़ किया गया। -गन्ना किसानों को 1.15 लाख करोड़ रूपये गन्ना मूल्य का रिकार्ड भुगतान किया गया।
न्यूनतम समर्थन मूल्य के अंतर्गत खाद्यान्न की रिकार्ड सरकारी खरीद कर किसानों को 60 हजार करोड़ रूपये से अधिक का भुगतान किया गया।
रमाला चीनी मिल सहित 20 चीनी मिलों का विस्तारीकरण एवं आधुनिकीकरण किया गया।