बुलडोजर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अफसरों को आदेश, बताया किसे देनी है छूट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को सख्त निर्देश दिया
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में दोबारा जनादेश मिलने के बाद वादे के मुताबिक ‘बाबा का बुलडोजर’ जमकर गरज रहा है। शहर-शहर अपराधियों और माफियाओं की संपत्ति पर बुलडोजर का कहर टूट रहा है। हालांकि, कुछ जगहों से ऐसी भी तस्वीरें आईं कि अफसरों ने बुलडोजर से गरीबों की दुकान और मकान को तोड़ डाला। अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को सख्त निर्देश दिया है कि कहीं भी किसी गरीब की दुकान और मकान को नहीं तोड़ना है।
बता दे कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि अवैध संपत्तियों का बुलडोजर चला के ध्वस्तीकरण करने की कार्रवाई सिर्फ पेशेवर माफिया,अपराधियों पर हो, और किसी गरीब की झोपड़ी पर बुलडोजर नहीं चलेगा। प्रदेश में माफियाओ और अपराधियों द्वारा अवैध रूप से बनाई गई इमारतों के ध्वस्तीकरण की कार्यवाई लगातार जारी है।
किसी गरीब की दुकान, मकान या झोपड़ी पर बुलडोजर नहीं
मुख्यमंत्री ने अफसरों से कहा कि किसी गरीब की दुकान, मकान या झोपड़ी पर बुलडोजर नहीं चलेगा, बल्कि यह सख्त कार्रवाई माफिया की अवैध संपत्ति पर की जाए। उन्होंने यह भी कहा है कि गरीबों की संपत्ति पर कब्जा करने वालों पर त्वरित एक्शन लिया जाए। इस आदेश से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसी कार्रवाई पर कोई शिकायत न आए। बता दें कि पिछले एक पखवारे में लगभग 80 अपराधी आत्मसमर्पण कर चुके हैं। माफिया और अवैध कब्जा किए लोगों में सरकार के बुलडोजर का खौफ है।
अपराधियों और माफिया के मकानों पर बुलडोजर
योगी सरकार ने पहले कार्यकाल में भी कई अपराधियों और माफिया के मकानों पर बुलडोजर चढ़ा दिया था। चुनाव में भी यह एक बड़ा मुद्दा बना। भाजपा की ऐतिहासिक जीत में बुलडोजर को अहम माना जा रहा है। विपक्ष ने बुलडोजर बाबा कहकर योगी को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन यह भगवा पार्टी के पक्ष में ही गया। भाजपा की रैलियों में बुलडोजर दिखने लगे। योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि बुलडोजर अभी मरम्मत में भेजे गए हैं, 10 मार्च के बाद फिर काम पर लगा दिया जाएगा।