महाराष्ट्र में जल्द खुलेंगे रेस्तरां व होटल, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिलाया भरोसा
मुंबई। महाराष्ट्र में अगले महीने अक्टूबर से होटल और रैस्टोरेंट को खोलने की अनुमति मिल सकती है। यह भरोसा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रेस्टोरेंट कारोबारियों के साथ हुई बैठक के बाद दिलाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने रेस्टोरेंट शुरू करने के लिए दिशानिर्देश तैयार किए हैं और उसे सभी संबंधितों को भेजा गया है। इसे अंतिम रूप देने के बाद रेस्टोरेंट को शुरू करने का अगला निर्णय लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने मुंबई ,पुणे, औरंगाबाद और नागपुर के रेस्टोरेंट व्यवसायिक संगठनों के प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए उक्त बातें कहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ अभियान शुरू किया है। कोरोना के कारण कोरोना योद्धा भी प्रभावित हुए है। दुर्भाग्य से कई कोरोना योद्धाओं की मौत भी हो गई है। इसलिए सभी विषयों पर अत्यंत सावधानी पूर्वक, जिम्मेदारी व समझदारी के साथ शुरुआत कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक कोरोना की कारगर दवा उपलब्ध नहीं हो पाई है। कोरोना के साथ दुनिया को अत्यंत सावधानी पूर्वक आगे बढ़ना होगा। वित्तीय मामलों के लिए जिम्मेदारी पूर्वक हमने कई कदम उठाने की शुरुआत की है। अभी तक कई लेनदेन बंद थे। अब एक-एक कर शुरू कर रहे हैं। कारोबार बंद होने से टैक्स के रूप में मिलने वाला राजस्व भी प्रभावित हुआ है। केंद्र सरकार पर राज्य सरकार का जीएसटी का कई हजार करोड़ रुपए मिलना बाकी है। इन सभी वित्तीय कठिनाइयों से निकलते हुए हम मर्यादाओं और जिम्मेदारियों के साथ स्थितियों को सुव्यवस्थित करने की कोशिश कर रहे हैं। जीवनशैली में परिवर्तन करना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रभावित 80 प्रतिशत लोगों में लक्षण दिखाई नही देता है। ऐसे लोगों से कोरोना वायरस का प्रसार हो सकता है। एसओपी का पालन, स्वच्छता, सुरक्षा, शारीरिक अंतर का पालन करना यह रेस्टोरेंट चालकों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। जो कोई महाराष्ट्र को अपना परिवार मानता है, उन्हें जिम्मेदारी के साथ इसमें सहभागी होना होगा। इस अवसर पर अतिरिक्त गृह मुख्य सचिव सीताराम कुंटे ने कहा कि सभी रेस्टोरेंट व्यवसायी पुनः एकबार बैठक लेकर एसओपी को फाइनल करें। बैठक में पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव वल्सा नायर सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव विकास खारगे सहित होटेल व रेस्टोरेंट संगठन के प्रतिनिधि शामिल थे।