सिद्धार्थनगर : आवास के नाम पर धोखा, आवास के लिए 10 हजार मांगी घूस, शिकायत करने पर जान से मारने की मिली धमकी
सिद्धार्थनगर : उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गरीबो को मुफ्त आवास दिया जा रहा हैं | लेकिन इस आवास योजना के तहत घूस मांगी जा रही है | जिन लोगो के पास 2 वक़्त का खाना खाने के लिए पैसा नहीं है उनसे पैसा माँगा जा रहा है | साथ ही अगर वे इसकी शिकायत करने की बात करते है तो उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है | एक तरंफ़ सरकार दावा करती हैं कि आवास के नाम पर जो भी घुस लेगा उनकी जगह जेल होगी पर सरकारी तंत्र हो या ग्राम प्रधान या पार्षद सभी खुलेआम आवास के नाम पर कर रहे हैं घुस के नाम पर वसूली।
सिद्धार्थनगर जिले में एक गरीब परिवार आवास को लेकर दर दर की ठोकर खाने को मजबूर है। आवास देने के नाम पर ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी उनसे दस हज़ार रुपये की मांग कर रहे हैं। इसकी शिकायत जिलाधिकारी से करने पर उसे धमकियां मिल रही हैं । गरीब परिवार के पात्र होने के बावजूद उसकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है।
यह परिवार टूटे फूटे घर में पन्नी लगाकर रह रहा है | यह परिवार सिद्धार्थनगर जिले के मिठवल ब्लाक के कम्हरिया गांव का है। वीरेंद्र नाथ नाम का यह गरीब कई पुश्तों से इस गाँव में रह रहा है। मेहनत मजदूरी कर के अपने परिवार का पालन पोषण करने वाले विरेंद्र का घर बिल्कुल गिर चुका है । इस ठंडक और बरसात में वह इस तरह की जिंदगी जीने को मजबूर है । मगर अफसोस कि इसकी यह गरीबी और टूटा हुआ घर गांव के प्रधान और सेक्रेटरी को नजर नहीं आ रहा। उनकी निगाह में यह परिवार आवास के लिए अपात्र है। परिवार वालों का आरोप है कि ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी आवास देने के लिए उससे दस हजार रुपए मांग रहे हैं। वह इतनी बड़ी रकम इनको कहां से लाकर दे। वीरेंद्र और उसकी पत्नी ने बताया कि रुपए मांगने की शिकायत उन्होंने जिलाधिकारी से की। शिकायत के बाद आवास तो नहीं मिला लेकिन ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी से धमकियां मिलनी शुरू हो गई।
वीरेंद्र के परिवार को आवास ना मिलने और प्रधान, सेक्रेटरी के धमकी देने के मामले में मुख्य विकास अधिकारी पुलकित गर्ग ने कहा कि उनको इस मामले की जानकारी नहीं है । इस मामले की छानबीन करवाकर वीरेंद्र आवास के लिए पात्र है| तो तत्काल उसे आवास दिलाया जाएगा और वीरेंद्र की अन्य शिकायतों को संज्ञान में लेकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।