पाकिस्तान में ‘चार्ली हेब्डो’ का विरोध सबसे ज्यादा
इस्लामाबाद। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चार्ली हेब्डो पत्रिका के द्वारा पैगंबर मोहम्मद के कार्टून के प्रकाशित होने के बाद पाकिस्तान के कराची में जो शिया विरोधी प्रदर्शन हुआ है, उससे यह साबित होता है कि पाकिस्तान आतंकियों का ब्रीडिंग ग्राउंड (फलने-फूलने का स्थान) है।
रिपोर्ट के अनुसार चार्ली हेब्डो मैगजीन ने 2 सितम्बर को फिर से पैगंबर मोहम्मद के कार्टून को प्रकाशित किया। यह वही तारीख है जिससे पांच साल पहले चार्ली हेब्डो मैगजीन के ऑफिस में तथा हाइपर कैशेर ऑफ़ पोर्ट डे बग्नोलेट पर आतंकी हमला हुआ था। यह हमला तीन दिन तक चला, जिसमें 12 लोग मारे गए थे, जिसमें कई प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट शामिल थे।
2 सितम्बर 2020 को इस आतंकी हमले की जांच के बाद ट्रायल शुरू होने वाला था पर कोरोना महामारी के कारण देर से सुनवाई शुरू हुई। वहीं कार्टून के पुनः प्रकाशित होने पर ईरान एंड ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन ने कड़े शब्दों में इसकी निंदा की है। अलकायदा ने भी मैगजीन को 2015 की घटना को दोहराने की धमकी दी पर सबसे ज्यादा विरोध और उग्र प्रतिक्रिया पाकिस्तान में देखी गई। यहां कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन ने फ्रांस के राजदूत मार्क बरेती को देश से निकालने की मांग की है और फ्रांस से राजनयिक रिश्ते तोड़ने को कहा है।