ढाई घंटे चली राहुल-CM चन्नी की मीटिंग:बिना कुछ बोले रवाना हुए मुख्यमंत्री
बगावत रोकने, बेअदबी और ड्रग्स जैसे बड़े मुद्दों पर चर्चा के संकेत
राहुल गांधी से मिलने CM चन्नी बुधवार रात को ही दिल्ली पहुंच गए थे। – फाइल फोटो
दिल्ली में राहुल गांधी और पंजाब के CM चरणजीत चन्नी की मुलाकात खत्म हो गई है। दोनों नेताओं के बीच करीब ढाई घंटे तक मीटिंग चली। मीटिंग खत्म होने के बाद CM चन्नी वहां से बिना कुछ बोले रवाना हो गए। माना जा रहा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के सियासी दांव से पंजाब में पार्टी की टूट के खतरे से कांग्रेस हाईकमान की चिंता बढ़ी है। इस वजह से पंजाब के CM चरणजीत चन्नी को बुधवार को दिल्ली बुलाया गया था। कैप्टन के साथ मीटिंग में उन मुद्दों पर भी चर्चा होने के संकेत हैं, जिनकी वजह से कैप्टन अमरिंदर सिंह की CM की कुर्सी गई।
इसका बड़ा कारण यह है कि चन्नी सरकार को एक महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है। फिर भी बेअदबी, उससे जुड़े गोलीकांड और ड्रग्स के मुद्दे पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसको लेकर पंजाब कांग्रेस चीफ नवजोत सिद्धू अपनी ही सरकार पर निशाने साध रहे हैं।
राहुल से मिलकर कैप्टन के करीबी मंत्री रहे राणा सोढ़ी ने यह फोटो जारी की थी
कैप्टन के करीबी विधायकों से मिल चुके हैं राहुल
राहुल गांधी ने पहले मंगलवार रात को कैप्टन के करीबी विधायकों से मीटिंग की थी। इनमें राणा गुरमीत सोढ़ी, शाम सुंदर अरोड़ा, बलबीर सिद्धू और साधु सिंह धर्मसोत शामिल हुए। इन तीनों की ही नई सरकार बनने पर मंत्री पद से छुट्टी कर दी गई थी। कांग्रेस को चिंता थी कि कैप्टन की प्रेस कॉन्फ्रेंस में वह कांग्रेस छोड़ उनके साथ जा सकते हैं। इसलिए राहुल ने उन्हें भविष्य में पार्टी में अच्छी जगह देने का भरोसा दिया।
फिर डिप्टी CM रंधावा से की मीटिंग
बुधवार को राहुल गांधी ने डिप्टी CM सुखजिंदर रंधावा से मीटिंग की। माना जा रहा है कि उनसे राहुल ने बेअदबी और ड्रग्स जैसे मुद्दे पर कार्रवाई का अपडेट लिया। इसके अलावा रंधावा के आगे कैप्टन की पाकिस्तानी मित्र अरूसा आलम को लेकर पैदा हुए विवाद पर भी एतराज जाहिर किया। मीटिंग के बाद रंधावा वापस लौट आए लेकिन चर्चा के बारे में स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा।
दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान के साथ मीटिंग के बाद सिद्धू और चौधरी ।
सिद्धू ने उठाए थे मुद्दे, DGP और AG को हटाने को कहा
पंजाब में चुनावी जीत के लिए नवजोत सिद्धू ने पंजाब इंचार्ज हरीश चौधरी के साथ कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात की। इस दौरान सिद्धू ने श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी, ड्रग्स और बिजली समझौते रद्द न करने का मुद्दा उठाया। सिद्धू ने पंजाब सरकार द्वारा इकबालप्रीत सहोता को DGP और एपीएस देयोल को एडवोकेट जनरल नियुक्त करने का फिर विरोध किया। सिद्धू ने कहा कि सरकार को स्पष्ट नीति दिखाते हुए विवादित चेहरों को हटाना होगा।
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