हिमालय गढ़वाल विवि का नाम बदला जाना दुर्भाग्यपूर्ण: उक्रांद
पौड़ी। विकास खंड पोखड़ा के हिमालय गढ़वाल विवि का नाम बदलने जाने के उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। प्रदेश सरकार ने विवि का नाम बदलकर अब अटल बिहारी बाजपेई हिमालयन गढ़वाल विवि कर दिया है। जिस पर उक्रांद ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व जिलाध्यक्ष सुबोध पोखरियाल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न बाजपेई की सभी आदर करते हैं। उत्तराखंड में कई स्थलों के नाम पहले ही अटल के नाम पर रखे गए हैं। ऐसे में दूरस्थ क्षेत्र के विवि का नाम बदलना ही था तो प्रदेश के क्रांतिकारियों के नाम पर रखना उचित था।
पोखरियाल ने कहा कि पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्र पोखड़ा में सीमित संसाधनों के बीच विवि जैसी संस्था का बेहतर संचालन किया जा रहा है। लेकिन प्रदेश सरकार विवि पर भी राजनीति कर रही है। हिमालयन गढ़वाल विवि का नाम बदला जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
पोखरियाल ने कहा कि प्रदेश सरकार हमेशा से ही पहाड़ विरोधी रही है। अब वह पहाड़ के संसाधनों पर भी बाहर से नाम थोप रही है। कहा कि सरकार को संस्थान का नाम बदलना ही था, तो इंद्रमणि बडोनी, विपिन चंद्र त्रिपाठी, वीर चंद्र सिंह गढ़वाली, महान योद्घा जसवंत सिंह रावत, तीलू रौतेली, आंदोलनकारी हंसा धनाई, बेलमति चौहान जैसे लोगों के नाम पर रखना था। उन्होंने कहा कि विवि का नाम बदलना प्रदेश सरकार की पहाड़ विरोध नीतियों को दर्शाता है।