पृथ्वी पार कर चन्द्रमा की ओर बढ़ा चन्द्रयान, चांद पर पानी अब दूर नही!

22 जुलाई को यात्रा शुरू कर चंद्रयान 2 आज पृथ्वी की कक्षा से बाहर निकल गया है। अपने लक्ष्य की और आगे बढ़ते हुए आज चंद्रयान 2 ने एक बड़ा चरम पार कर लिया है। बुधवार सुबह 2:21 बजे चंद्रयान-2 धरती की कक्षा से बाहर निकलकर चांद की तरफ आगे बढ़ने लगा। रिपोर्ट्स की माने तो चंद्रयान 2 अब चाँद से महज़ 3.84 किलोमीटर दूर है। इस दूरी को वह अगले लगभग 7 दिनों में पूरा कर लेगा।

ट्रांस लूनर इंसर्शन प्रकिया के तहत इसरो ने चंद्रयान 2 को पृथ्वी की कक्षा से बाहर भेजने के एहम चरम को अंजाम दिया। TLI के दौरान स्पेसक्राफ्ट का तरल(लिक्विड) इंजन 1,203 सेकंड के लिए फायर किया गया। इसके बाद 22 दिन तक धरती की कक्षा में रहने के बाद चंद्रयान 2 चांद की ओर निकल पड़ा।

3850 किलोग्राम के चंद्रयान-2 में तीन हिस्से हैं, जिसमें एक ऑर्बिटर, लैंडर और रोवर है। अभियान के तहत 22 जुलाई को प्रक्षेपण कार्यक्रम के बाद सात सितंबर को यह चंद्रमा की सतह पर पहुंचेगा। 22 जुलाई को चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण के बाद अब तक पांच बार इस प्रक्रिया को अंजाम दिया गया है।

चाँद पर होगी “सॉफ्ट-लैंडिंग”

चाँद पर पहुंचकर ऑर्बिटर एक साल तक चन्द्रमा का चक्कर लगाएगा। हालाँकि अब अनुमान लगाया जा रहा है कि ऑर्बिटर 2 साल तक काम कर सकता है। वहीं लैंडर “विक्रम” चाँद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। सॉफ्ट लैंडिंग के बाद उसमे से रोवर “प्रज्ञान” बाहर निकल अपना सतही अन्वेषण कार्य शुरू करेगा। ‘प्रज्ञान’ एक कृत्रिम बुद्धिमता से संचालित छह पहिया वाहन है।

चंद्रयान 2 की चाँद पर लैंडिंग और लैंडर में से रोवर के निकलने तक की पूरी प्रक्रिया एक ऐतिहासिक घटना होगी। इसरो परिसर से इस घटना का पूरा प्रसारण नेशनल जियोग्राफिक नेटवर्क पर किया जायेगा। चंद्रयान के लैंडर ‘विक्रम’ के सात सितंबर को चांद के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में उतरने की उम्मीद है।

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