चंदौली: वोट के लिए नोट बांट रहे थे सफाईकर्मी, ग्रामीणों ने पीटने के बाद किया पुलिस के हवाले
चंदौली में वोट के लिए नोट बांट रहे थे सफाईकर्मी, भनक लगने पर ग्रामीणों ने किया ये हाल
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव के सातवें व आखिरी चरण की मतदान प्रक्रिया आज सुबह 7 बजे से जारी है. सदर कोतवाली क्षेत्र के इब्राहिमपुर के दलित बस्ती में सोमवार को वोट के लिए नोट बांट रहे सफाईकर्मी को लोगों ने धरदबोचा. सफाईकर्मी को पहले पीटा फिर पुलिस के हवाले कर दिया.
वोट के लिए बांट रहे थे नोट
चंदौली के चार विधानसभा मुगलसराय, सकलडीहा, सैयदराजा और चकिया (सुरक्षित) दो विधायक समेत 43 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. नोट के बदले वोट का सिलसिला रविवार की देर शाम तक चलता रहा. वहीं सोमवार को मतदान शुरू होने के बाद भी इब्राहिमपुर के दलित बस्ती में एक उम्मीदवार के पक्ष में वोट के बदले नोट का खेल चल रहा था.
हालांकि जब ग्रामीणों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने सफाई कर्मी जूनियर पांडेय को पकड़ लिया. उसकी जमकर धुनाई कर पुलिस के हवाले कर दिया, जबकि दूसरा सफाईकर्मी मोनू पांडेय खेत के रास्ते भाग निकला. पुलिस ने उसके भाई कुन्नू पांडेय को अपनी हिरासत में ले लिया है. वहीं लोगों का आरोप है कि दोनों गांव के ही हैं. दोनों सफाईकर्मी के पद पर तैनात हैं. निर्वाचन कार्य में ड्यूटी लगने के बाद भी अपनी ड्यूटी कटवाकर मतदान के महापर्व में नोट बांटकर वोट दिलवाने का खेल खेल रहे थे.
ग्रामीणों ने किया मतदान का बहिष्कार
चंदौली के अलीनगर थाना के प्राथमिक विद्यालय महेवा स्थित मतदान केंद्र के बूथ संख्या 272 के मतदाताओं ने गांव में विकास न होने से नाराज होकर मतदान का बहिष्कार कर दिया. ग्रामीणों ने मतदान केंद्र के बाहर खूब नारेबाजी की. वहीं सूचना पाकर पहुंचे नायब तहसीलदार पीडीडीयू नगर सुनील सिंह ने मतदाताओं को समझा बुझाकर शांत कराया. दो दिन में विकास कार्य कराने का लिखित आश्वासन भी दिया है. तब जाकर दोपहर 12 बजे मतदान शुरू किया गया.
सकलडीहा विकास खंड के महादेवपुर गांव सभा के तहत महेवा गांव में प्राथमिक विद्यालय पर मतदान केंद्र बनाया गया है. सुबह 7 बजे मतदान के लिए मतदान कर्मी तैयार हो गए और मतदाताओं का इंतजार करने लगे, लेकिन कोई मतदाता नहीं पहुंचा. इंतजार के बाद भी किसी के न पहुंचने पर मतदान अधिकारी चौंक गए. हालांकि बाद में ग्रामीणों ने मतदान केंद्र पर पहुंच कर हल्ला शुरू किया.
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव में विकास से संबंधित कोई काम नहीं हुआ है. गांव में नाली, सीसी रोड, इंटरलॉकिंग, स्ट्रीट लाइट, शौचालय, विद्यालय का सुंदरीकरण का काम कागजों पर हुआ है. इसकी जांच के लिए डीएम तक को प्रार्थना पत्र दिया गया. यही वजह हैं यहां के लोग अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर रहे हैं.