अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सभी सदस्यों को दिया संरक्षण
मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष गिरीश गौतम ने आज कहा कि सदन के प्रत्येक सदस्य के हितों और विशेषाधिकार के संरक्षण का दायित्व उनका है और वे इसे पूरी दृढ़ता से निभाएंगे। गौतम ने यहां विधानसभा परिसर स्थित अपने कक्ष में पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि वे पूर्ण कर्तव्यनिष्ठा से विधायकों के हितों का संरक्षण करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि उन्हें पक्ष-विपक्ष के सभी सदस्यों का सहयोग मिलेगा और सदन में गंभीर और जनकल्याण से जुड़े विषयों पर चिंतन-मनन पर जोर दिया जाएगा।गौतम ने कहा कि विधायकों के जो हित या विशेषाधिकार होते हैं, वे उनके स्वयं के नहीं होकर, उनकी क्षेत्र की जनता के हित होते हैं, जहां से वे प्रतिनिधित्व करते हैं। इस स्थिति में प्रत्येक सदस्य के हित सरंक्षण का तात्पर्य परोक्ष रूप से जनता के हितों का सरंक्षण है।
अध्यक्ष ने कहा कि नए विधायकों को मिलने वाले प्रशिक्षण में नवाचार की आवश्यकता है। विधायकों को जो प्रशिक्षण मिले, उसमें सैद्धांतिक के साथ ही व्यवहारिक पक्ष पर भी ध्यान दिया जाना जरूरी है। श्री गौतम ने कहा कि उनका संसदीय अनुभव है कि सिर्फ तारांकित प्रश्न ही विधानसभा में प्रमुख नहीं, अपितु और भी विधाएं हैं, जिसके माध्यम से सदस्य अपने क्षेत्र की समस्या को उठाने के साथ ही उसका निदान करवा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इसलिए नए सदस्यों को इसके प्रशिक्षण की आवश्यकता है। सदस्यों को इस बारे में भी पूर्ण जानकारी होना चाहिए कि वे सदन की कार्यवाही का अपने क्षे़त्र के विकास के लिए किस तरह से ज्यादा से ज्यादा उपयोग कर सकते हैं। गौतम ने कहा कि संवाद एक बेहतर प्रक्रिया है और उनका प्रयास रहेगा कि सिर्फ मीडिया ही नहीं, सभी संबंधित लोगों से संवाद के जरिए नवाचार किए जाएं और यथासंभव गरिमा बनाए रखते हुए सभी समस्याआें का समाधान भी निकाला जाए।