फ़िल्म इंडस्ट्री के सबसे फैशनेबल एक्टर थे फिरोज़ खान, जिन पर इस वजह से पाकिस्तान ने लगा दिया था बैन
फिल्म इंडस्ट्री के सबसे फैशनेबल एक्टर फिरोज खान(Firoz Khan) माने जाते थे। उनकी स्टाइल को लोग फॉलो करते थे। अपनी पर्सनल लाइफ में भी वे काफी कूल मिजाज के थे। वे एक डैशिंग एक्टर थे। उनकी तुलना हॉलीवुड के मशहूर एक्टर क्लिंट ईस्टवुड(Clint Eastwood) से की जाती थी।
फिरोज खान का जन्म अफगानिस्तान से विस्थापित होकर आए एक पठान परिवार में 25 सितंबर, 1939 को जन्म हुआ था। उनका(Firoz Khan) खानदान गजनी का रहने वाला था। उनकी मां ईरानी थीं। फिरोज खान(Firoz Khan) काफी दिलदार थे। वे जिससे दोस्ती करते थे दिल से निभाते थे। उनके दोस्तों में मशहूर एक्टर विनोद खन्ना(Vinod Khanna) भी थे। दोनों की दोस्ती का एक इत्तेफाक ये भी था कि दोनों ही कलाकार का निधन एक ही तारीख को हुआ था। फिरोज खान(Firoz Khan) का निधन 27 अप्रैल, 2009 को हुआ, तो वहीं विनोद खन्ना का निधन 27 अप्रैल 2017 को हुआ। ये दोनों फिल्म दयावान, कुर्बानी और शंकी शंम्भू में एक साथ नजर आए थे।
इस तरह हुई फिरोज और विनोद की दोस्ती
साल 1980 में आई फिल्म, ‘कुर्बानी’ ने विनोद खन्ना के खाते में एक और हिट फिल्म ला दी थी। इस फिल्म में फिरोज खान निर्माता, निर्देशक और एक्टर तीनों भूमिका में थे। इसके बाद फिरोज खान और विनोद खन्ना की दोस्ती हो गई थी। फिरोज ने 2009 में दुनिया को अलविदा कहा था। 1968 में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाले विनोद खन्ना ने 140 से ज्यादा फिल्मों में काम किया।
भारत धर्म निरपेक्ष देश है : फिरोज खान
आपको बता दें कि एक बार वे पड़ोसी देश पहुंचने पर काफी विवादों में भी आ गए थे| पाकिस्तान में वे अपनी फिल्म के प्रचार के लिए पहुंचे थे। फिरोज खान से भारत में मुसलमानों की खराब हालत को लेकर सवाल किया गया था। फिरोज ने अपने जवाब में कहा था, ‘भारत धर्म निरपेक्ष देश है। हमारे यहां मुसलमान प्रगति कर रहे हैं। हमारे राष्ट्रपति मुस्लिम हैं। प्रधानमंत्री सिख हैं। पाकिस्तान इस्लाम के नाम पर बना था, लेकिन देखिए यहां उनकी कैसी हालत है। जिस वक्त फिरोज ने ये बातें कहीं, उस वक्त मनमोहन सिंह भारत के प्रधानमंत्री थे। राष्ट्रपति के पद पर एपीजे अब्दुल कलाम थे। बताया जाता है कि इस कार्यक्रम के बाद पाकिस्तान में उन पर बैन लगा दिया गया था।