फर्जी बंदूक लाइसेंस मामले में जम्मू कश्मीर में 22 ठिकानों पर छापेमारी
जम्मू, फर्जी बंदूक लाइसेंस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को प्रदेश में बड़ी कार्रवाई करते हुए 22 ठिकानों पर छापे मारे हैं। इन 22 ठिकानों में से एक श्रीनगर के पूर्व डीसी शाहिद इकबाल चौधरी का श्रीनगर स्थित सरकारी आवास भी शामिल है। इनमें से 12 ठिकाने कश्मीर घाटी में जबकि 10 जम्मू में हैं। जम्मू कश्मीर की विभिन्न जगहों पर दलबल के साथ पहुंची सीबीआई टीमों की छापेमारी खबर लिखे जाने तक जारी थी।
एक अधिकारी ने बताया कि सीबीआई ने जम्मू-कश्मीर में 22 स्थानों पर व्यापक छापे मारे। छापेमारी के 12 स्थान और 10 स्थान जम्मू क्षेत्र में शामिल हैं। अधिकारी ने कहा कि यह छापेमारी 2018 में सीबीआई को सौंपे गए फर्जी बंदूक लाइसेंस मामले के सिलसिले में की गई।
इस मामले की जांच पहले राजस्थान के आतंकवाद निरोधी दस्ते ने की थी। गैर-जम्मू-कश्मीर निवासियों को दिए गए फर्जी बंदूक लाइसेंस के बारे में चौंकाने वाले खुलासे के बाद इसे सीबीआई को सौंप दिया गया था। एटीएस ने जांच में पाया था कि जाली दस्तावेजों पर उधमपुर, डोडा, रामबन और कुपवाड़ा जिलों में गैर-जम्मू-कश्मीर निवासियों को 40 हजार फर्जी बंदूक लाइसेंस जारी किए गए थे।
प्रारंभिक जांच से पता चला था कि एक आईएएस अधिकारी शाहिद इकबाल चौधरी ने गैर-जम्मू-कश्मीर निवासियों को बड़ी संख्या में फर्जी बंदूक लाइसेंस जारी किए थे। तब वह जिला उपायुक्त (डीसी) के रूप में तैनात थे। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 2012 के बाद से जम्मू-कश्मीर में अवैध रूप से दो लाख से अधिक बंदूक लाइसेंस जारी किए गए हैं। इसे भारत का सबसे बड़ा बंदूक लाइसेंस घोटाला माना जाता है।