डॉ कफील के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज, जानें पूरा मामला
डॉ कफिल खान ने खुद ट्वीट कर स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर आरोप लगाए
देवरिया. यूपी के देवरिया-कुशीनगर से समाजवादी पार्टी के एमएलसी उम्मीदवार और गोरखपुर के चर्चित डॉक्टर कफिल खान के ऊपर सदर कोतवाली में गंभीर धाराओं पर मुकदमा दर्ज किया गया है. बर्खास्तगी के बाद भी डॉ. कफिल खान ने देवरिया जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के पास एंबुलेंस में एक महिला का इलाज किया था. बाद में उस महिला की गोरखपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. इस विडियो को डॉ कफिल खान ने खुद ट्वीट कर स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर आरोप लगाए थे.
डॉ कफील खान के ट्वीट के बाद देवरिया स्वास्थ्य महकमे की बड़ी किरकीरी हुई थी. एंबुलेंस चालक की तहरीर पर डॉ. कफिल पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. सपा एमएलसी उम्मीदवार डॉ. कफिल ने बताया कि उनकी लड़ाई किसी से नहीं है और वह लगातार संघर्ष कर रहे हैं. उनका बस एक ही उद्देश्य है कि यूपी और बिहार राज्य की सीमा पर अस्पताल खुले क्योंकि राजनीति में सिर्फ इसलिए वह आए हैं ताकि वह एक अस्पताल खोल सके. डॉ कफील खान ने चुनाव के बारे में कहा कि वह चुनाव जीत चुके है. बस सत्ता रुपये न बांटे और न ही राजनिति का नंगा नांच करे.
बच्चों की मौत के बाद से आए थे सुर्ख़ियों में
गौरतलब है कि अगस्त 2016 में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौत के बाद से ही डॉ कफील खान सुर्ख़ियों में हैं. उन्हें इस मामले में दोषी मानते हुए निलंबित भी किया गया था. बाद हाईकोर्ट ने उन्हें राहत दी थी. लेकिन पिछले साल शासन ने उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया था. डॉ कफील खान ने अपनी बर्खास्तगी को भी हाईकोर्ट में चुनौती दी है.