न्यजीव प्रभाग में नर हाथी का शव बरामद
उत्तर प्रदेश में बहराइच ज़िले के कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के सदर बीट के जंगल में आज एक नर हाथी का शव मिला है। नर हाथी के शव मिलने की सूचना पर दुधवा के फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक व डीएफओ यशवंत घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग रेंज के तहत सदर बीट के जंगल में आज गेरुआ नदी के किनारे वन कर्मी गश्त कर रहे थे । उसी दौरान किसी जानवर की गंध महसूस हुई। पास जाकर देखा तो सदर बीट के जंगल में एक हाथी मृत अवस्था मे पड़ा था, जिसकी सूचना तत्काल वन क्षेत्राधिकारी को दी गयी।
उन्होंने बताया कि घटनास्थल का जायजा लेकर रेंजर सूचना उच्च अधिकारियों को दी जिसके बाद आनन फानन प्रभागीय वनाधिकारी यसवंत और दुधवा के फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक मौके पर पहुंचे रेंजर रामकुमार ने बताया कि मृत हाथी की उम्र लगभग 50 वर्ष है शव लगभग 10 दिन पुराना है। कतर्नियाघाट रेंज में लगातार बीते कुछ दिनों में लगातार हाथियों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है नेपाल के रॉयल बर्दिया नेशनल पार्क से खाता कॉरिडोर होते हुए जंगल के रास्ते गेरुआ नदी पार कर जंगली हाथियों का झुंड पहुंच जाता है इस समय ,बिछिया,जमुनिहा,गिरिजापुरी,जंगली हाथियों व टस्कर हाथीयों का केंद्र बना हुआ है।
श्री पाठक ने बताया कि पिछले छह फरवरी को भी कौड़ियाला बीट के ट्रांस गेरुआ के बेंत के झाड़ियों में फंसा मिला था 18 वर्षीय नर हाथी जिसके बाद वन कर्मी हरकत में आ गए थे । उन्होंने बताया कि तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम भी किया था। गत वर्ष भी गेरुआ नदी में एक हाथी के बच्चे की पानी मे डूबने से मौत हो चुकी है।
इस मामले में फील्ड डायरेक्टर दुधवा नेशनल पार्क संजय कुमार पाठक ने बताया कि मृत हाथी हाथी नर है शव लगभग तीन से चार दिन पहले का और उसकी उम्र 50 वर्ष के करीब है। हाथी की मौत किसी भी शिकार का हिस्सा नहीं है। यह हाथियों के आपसी संघर्ष का मामला लग रहा है। शव में नर हाथियों के दांत के भी निशान दिख रहे हैं। साथ ही घटना वाले स्थान पर बाघों के पगचिन्ह भी पाए गए हैं, चीतल की हड्डियां भी पड़ी हुई हैं ,हाथी के शव को बाघ ने भी नोचा है। बाकी पोस्टमार्टम के बाद ही मौत का मामला स्पष्ट हो पाएगा।
डॉक्टर बीके भार्गव पशु चिकित्साधिकारी मिहींपुरवा व सर्वेश राय कटर्नियाघाट, डॉक्टर दया डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के नेतृत्व में पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों का पैनल करेगा ।