दिल्ली के बाज़ारों को बंद के निर्णय पर दिल्ली के व्यापारियों कि कल होगी वीडियो कांफ्रेंस, 88.1% ने कहा बाजार करें बंद
दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले पर कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, केन्सरिय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल तथा मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को एक पत्र भेजा है और उनसे एक मीटिंग का आग्रह किया है। कैट ने इस मुद्दे पर दिल्ली के व्यापारिक संगठनों और प्रमुख व्यापारी नेताओं से एक ऑनलाइन सर्वे द्वारा उनकी राय मांगी थी ! सर्वे में लोगों ने दिल्ली के वर्तमान हालत पर गहरी चिंता व्यक्त की और बताया की दिल्ली के व्यापारी कोरोना को लेकर बेहद मानसिक तनाव में है।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा की जिस तरह के हालत दिल्ली में बने हैं और जिस प्रकार से उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली में चिकित्सा सुविधाओं पर टिपण्णी की है वो दिल्ली की हालत को सही रूप में दर्शाता है और क्योंकि व्यापारी अपनी दुकान खोल कर बैठा है , इस वजह से व्यापारी या उनके कर्मचारी आसानी से कोरोना का शिकार हो सकते हैं क्योंकि प्रतिदिन व्यापारियों की दुकानों पर अनजान लोग सामान खरीदने आते हैं और व्यापारियों की सारे सुरक्षा उपाय करने के बावजूद कोरोना संक्रमण का खतरा बना रहता है।
खंडेलवाल ने बताया की सर्वे में जिन पांच प्रश्नों पर राय मांगी गई थी उस पर मौटे तौर पर व्यापारियों ने एकमत होकर अपनी राय दी है ! सर्वे में प्रश्न के अनुसार राय निम्न प्रकार है !
क्या आपको लगता है की दिल्ली में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है।
हाँ 99 .4 %
क्या आपको लगता है की बाजार खुलने से बाज़ारों में संक्रमण फ़ैल रहा है ?
हाँ 92 .8 %
क्या जिस तरह से दिल्ली में कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं उस अनुपात में दिल्ली में चिकित्सा सुविधा पर्याप्त है?
नहीं 92 .7 %
क्या दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे कोरोना को लेकर आप चिंतित हैं ?
हाँ 96 .6 %
कोरोना से व्यापारियों एवं ग्राहकों को बचाने के लिए क्या आप बाजार बंद करने के पक्ष में है ?
हाँ 88 .1 %
कैट के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विपिन आहूजा ने बताया की इस विषय पर अंतिम रूप से निर्णय लेने के लिए कैट ने कल दोपहर को दिल्ली के प्रमुख व्यापारी संगठनों एवं व्यापारी नेशन की एक वीडियो कांफ्रेंस बुलाई है जिसमें सर्वे रिपोर्ट रखी जायेगी और दिल्ली के सभी व्यापारी मिलकर इस बात का निर्णय करेंगे की दिल्ली के बाज़ारों को खुला रखा जाए या बंद किया जाए ! इस निर्णय से पहले सरकार का क्या नजरिया है उसको जानने के लिए ही कैट ने देश एवं दिल्ली के नेताओं को पत्र भेजकर उनसे मिलने का आग्रह किया है।