विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में एनसीसी को वैकल्पिक विषय चुन सकेंगे कैडेट्स
भारत सरकार की नई शिक्षा नीति में एनसीसी को प्रोत्साहन देने के प्रावधान के अंतर्गत यूजीसी और एआईसीटीई ने अब विद्यार्थियों को एनसीसी को वैकल्पिक विषय के रूप में चुनने की मंजूरी दे दी है। कॉलेज व विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को अनुशासित बनाने व उनमें देशभक्ति की भावना पैदा करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। एनसीसी निदेशालय उत्तर प्रदेश लखनऊ की एनसीसी यूनिटों के कमांडिंग अफसर द्वारा क्रमशः सभी विश्वविद्यालयों और टेक्निकल संस्थानों के कुलपतियों को एनसीसी की शुरुआत के लिए सामान्य वैकल्पिक क्रेडिट पाठ्यक्रम (सीबीएसई) के बारे में विस्तृत जानकारी एक प्रेजेंटेशन और विभिन्न ब्रीफिंग द्वारा दी जा रही है । जल्दी ही कई विश्वविद्यालय वर्ष
2021-22 पाठ्यक्रम में एनसीसी को एक वैकल्पिक विषय के रूप में सम्मिलित कर सकते हैं। जो छात्र एनसीसी कैडेट के रूप में दाखिला लेंगे वह एनसीसी प्रशिक्षण के लिए क्रेडिट बी और सी प्रमाण पत्र के अलावा शैक्षणिक क्रेडिट प्राप्त करेंगे और विभिन्न केंद्रीय और राज्य सरकार की योजनाओं के तहत प्रदान की जाने वाली रोजगार सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे । इस कार्यक्रम में एनसीसी को एक वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल करने से अनुशासन और टीम भावना के मूल्यों में संवर्धन होगा। एनसीसी के मूल पाठ्यक्रम में आने के बाद कैडेटों की मूलभूत शिक्षा को एक नई दिशा भी मिलेगी । इस प्रस्ताव से सभी एनसीसी कैडेटों में खुशी का माहौल है और वरिष्ठ शिक्षाविद और जानकार विशेषज्ञों ने इसे बहुत ही महत्वपूर्ण कदम माना है।