इस महीने तक सभी भारतीय को लगेगी वैक्सीन, ऐसा होगा सरकार का 216 करोड़ डोज का प्लान
नई दिल्ली. देश में कोविड-19 वैक्सीन (Covid-19 Vaccination) की किल्लत के बीच अच्छी खबर है. कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख डॉक्टर विनोद कुमार पॉल ने कहा है कि दिसंबर तक सभी नागरिकों को टीका लगाने के लिए देश के पास पर्याप्त वैक्सीन होगी. गुरुवार को उन्होंने कहा है कि अगस्त से दिसंबर के बीच 216 करोड़ डोज उपलब्ध होंगे. पॉल ने कहा इस लिहाज से हर भारतीय को टीका लगने के बाद भी पर्याप्त डोज बाकी होंगे.
गुरुवार को प्रेस ब्रीफिंग के दौरान डॉक्टर वीके पॉल ने कहा ‘भारत और भारतीय के लिए अगस्त से दिसंबर के बीच कुल मिलाकर 216 करोड़ डोज का निर्माण किया जाएगा. इस बात में कोई संदेह नहीं है कि जैसे-जैसे हम आगे बढ़ते जाएंगे, वैक्सीन सभी के लिए उपलब्ध होगी.’ सरकारी डेटा के अनुसार, गुरुवार सुबह तक देश में 25 लाख 70 हजार 537 सत्रों में 17.72 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज दिए जा चुके हैं.
जनवरी में भारत ने भारतय बायोटेक की कोवैक्सीन और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड को मंजूरी दी थी. बीते महीने रूस की स्पूतनिक 5 को भारत में आपातकालीन उपयोग की अनुमति के लिए सिफारिश की गई थी. पॉल ने कहा स्पूतनिक 5 पहले ही ‘भारत आ चुकी है’. उन्होंने कहा ‘मैं यह कहते हुए खुश हूं कि हमे उम्मीद है कि यह अगले हफ्ते तक बाजार में आ जाएगी. हमे उम्मीद है कि रूस से मिली सीमित सप्लाई की बिक्री अगले हफ्ते से शुरू हो जाएगी.’
इस दौरान पॉल ने वैक्सीन रोडमैप से जुड़े आंकड़े भी पेश किए हैं. हालांकि, इनमें फाइजर-बायोएनटेक, जॉनसन एंड जॉनसन, मॉडर्ना और चीन की सिनोफार्म का नाम नहीं है. बीते अप्रैल में सरकार ने ऐसी वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल की सिफारिशों को अनुमति दी थी, जिन्हें अमेरिका, यूरोप, जापान और ब्रिटेन के नियामकों ने पास कर दिया है. इनमें वे वैक्सीन भी शामिल होंगी, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन की आपातकालीन इस्तेमाल की सूची में शामिल हैं.
अगस्त से दिसंबर के बीच सरकार का 216 करोड़ वैक्सीन डोज का रोडमैप ये रहा
कोविशील्ड: 75 करोड़ डोज
कोवैक्सीन: 55 करोड़ डोज
बायो ई सबयूनिट वैक्सीन: 30 करोड़ डोज
जायडस कैडिला डीएनए: 5 करोड़ डोज
नोवावैक्स: 20 करोड़ डोज
भारत बायोटेक इंट्रानैजल: 10 करोड़ डोज
जीनोवा mRNA: 6 करोड़ डोज
स्पूतनिक 5: 15.6 करोड़ डोज
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार ने गुरुवार को जानकारी दी है कि तीनों फार्मा कंपनियों ने कहा है कि वे साल 2021 की तीसरी तिमाही में ही बातचीत कर सकेंगे. वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तीनों कंपनियों ने संकेत दिए हैं कि उनके पास तत्काल वैक्सीन उत्पादन के लिए जगह नहीं है. कंपनियों ने कुछ महीनों बाद ही ‘बात’ करने के लिए कहा है. पॉल ने बताया ‘शुरुआत से ही बायोटेक्नोलॉजी विभाग और विदेश मंत्रालय फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन के साथ संपर्क में था. यह अभी भी जारी है.’