Budget Session: आज से शुरू हो रहा संसद का बजट सत्र, पेश किया जाएगा इकोनॉमिक सर्वे
2023- 10 बड़ी बातें Parliaments Budget Session: आर्थिक सर्वेक्षण 2023 (Economic Survey 2023) सरकार की समीक्षा है कि पिछले एक साल में भारत की अर्थव्यवस्था (Economy Of India) कैसी रही. यहां पढ़ें सभी जरूरी बातें.
Budget Session 2023: आज (31 जनवरी) से संसद का बजट सत्र (Budget Session) शुरू होने वाला है. सुबह 11 बजे राष्ट्रपति के अभिभाषण से बजट सत्र शुरू होगा. आज संसद में आर्थिक सर्वेक्षण यानी इकोनॉमिक सर्वे 2023 (Economic Survey 2023) पेश किया जाएगा. यह सत्र हंगामेदार होने की पूरी उम्मीद है. विपक्ष इस दौरान कई मुद्दों को उठाने की कोशिश करेगा. विपक्ष के मुद्दों में अडानी समूह के स्टॉक, 2002 गुजरात दंगों पर विवादास्पद बीबीसी डॉक्यूमेंट्री (BBC Documentary) मुख्य रूप से शामिल हैं.
सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) के दोनों सदनों में संयुक्त संबोधन के साथ होगी. इसके बाद बजट पेश किए जाने से एक दिन पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) की तरफ से आर्थिक सर्वेक्षण 2023 पेश की जाएगा.
बजट सत्र और इकोनॉमिक सर्वे की बड़ी बातें
- सत्र के दौरान सरकार की प्राथमिकता राष्ट्रपति के अभिभाषण और वित्त विधेयक के धन्यवाद प्रस्ताव पर अनुमोदन प्राप्त करना होगा. इस दौरान विपक्ष अडानी-हिंडनबर्ग विवाद, आर्थिक जनगणना और महिला आरक्षण बिल जैसे मुद्दों पर केंद्र को घेरने की कोशिश करेगा.
- मंगलवार (31 जनवरी) को सुबह 11 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बाद आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey 2023) पेश किया जाएगा.
- केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले 1 फरवरी को नरेंद्र मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण केंद्रीय बजट पेश करेंगी.
- सरकार की सत्र के दौरान बजटीय अभ्यास से संबंधित चार सहित लगभग 36 विधेयक लाने की योजना है.
- सत्र में 27 बैठकें होंगी और बजट कागजात की जांच के लिए एक महीने के अवकाश के साथ 6 अप्रैल तक चलेगा. सत्र का पहला भाग 14 फरवरी को समाप्त होगा. बजट सत्र के दूसरे भाग के लिए संसद 12 मार्च को फिर से शुरू होगी.
- सरकार ने सोमवार को सर्वदलीय बैठक की जिसमें विपक्षी दलों ने अपनी चिंता के मुद्दे उठाए. विपक्षी नेताओं ने अडानी स्टॉक, बीबीसी डॉक्यूमेंट्री जैसे मुद्दों को उठाया.
- बीआरएस (BRS) ने राष्ट्रपति मुर्मू के पारंपरिक संबोधन का बहिष्कार करने का फैसला किया है.
- विकास के बारे में जागरूक लोगों ने बताया कि भारत अगले वित्त वर्ष में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा, आधिकारिक विकास अनुमान 9 प्रतिशत और 6.8 प्रतिशत के बीच रहने की संभावना है.
- मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन आर्थिक सर्वेक्षण के बारे में ब्योरा देने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे, जब सीतारमण इसे सदन में पेश करेंगी. आर्थिक सर्वेक्षण सरकार की समीक्षा है कि पिछले एक साल में अर्थव्यवस्था कैसी रही
- 31 मार्च को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में अनुमानित 7 प्रतिशत की गति से कम होने के बावजूद 6.8 प्रतिशत की वृद्धि भी भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में रख सकती है.