रामभद्राचार्य की भगवान बुद्ध पर टिप्पणी से नाराज बुद्ध अनुयायी
इटावा, दिव्यांग विश्वविद्यालय चित्रकूट के कुलाधिपति पद्म विभूषण स्वामी रामभद्राचार्य के भगवान गौतम बुद्ध के बारे मे की गयी टिप्पणी को लेकर बुद्ध अनुयायी में गुस्सा है और उन्होने संत के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है ।
जिले में शनिवार को बुद्ध अनुयायियों ने हाथों मे बैनर लेकर नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। पूर्व सांसद रघुराज सिंह शाक्य ने पत्रकारों से कहा कि स्वामी रामभद्राचार्य ने भगवान बुद्ध पर अभद्र टिप्पणी कर बुद्ध अनुयायियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। भारत को भगवान बुद्ध की धरती कहा जाता है और पूरी दुनिया में भारत की पहचान तथागत भगवान बुद्ध के नाम से हुई है।
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उन्होने कहा कि भगवान बुद्ध की वजह से भारत को विश्व गुरु माना जाता है। बौद्ध धर्म मे अनुयायी राष्ट्रपति को ज्ञापन देने के लिए यहाँ एकत्रित हुए है। स्वामी रामभद्राचार्य को माफी मांगनी चाहिए और उन पर सख्त कार्यवाही होनी चाहिए। बौद्ध धर्म अनुयायियों ने सिटी मजिस्ट्रेट उमेश कुमार मिश्रा को राष्ट्रपति को सबोधित ज्ञापन सौपा और कार्यवाही की मांग की।
गौरतलब है कि कानपुर विश्वविद्यालय के हैप्पीनेश सेंटर का उदघाटन करते हुए स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने कहा था कि भारत 200 साल तक गुलाम रहा। भारतीय दर्शन को जितना कुचलना संभव था, सबने उतना कुचला। भारत के प्राण उसका अध्यात्म हैं और भगवान बुद्ध ने उसी को नहीं माना। वह देश को अनात्मवाद की ओर ले गए।