बसपा ने आज जारी की उम्मीदवारों की एक और लिस्ट, जानिए किसे कहा से दिया टिकट
बसपा ने जारी की उम्मीदवारों की एक और लिस्ट, ४ विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों का किया ऐलान
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव ने पहले चरण के मतदान में 10 दिन और बचे हुए हैं. ऐसे में सभी पार्टियां विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का ऐलान कर रही हैं. ऐसे में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की तरह से सोमवार को यूपी के तीसरे और चौथे चरण के मतदान के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी गई है. इस जारी लिस्ट में ४ विधानसभा सीटों से उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया है. उम्मीदवारों की इस लिस्ट में कासगंज, पीलीभीत और लखीमपुर खीरी से प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया गया है.
बसपा की जारी उम्मीदवारों की सूची के मुताबिक कासगंज जिले की कासगंज विधानसभा सीट से मोहम्मद आरिफ औक पीलीभीत जिले की पीलीभीत सीट से शाने अली को चुनावी मैदान में उतारा गया है. इसी तरह लखीमपुर खीरी की निघासन सीट से डा. आर ए उस्मानी और लखीमपुर खीरी की कस्ता (सुरक्षित) सीट से हेमवती राज को उम्मीदवार बनाया गया है.
मायावती हुई कांग्रेस व भाजपा पर हमलावर
पार्टी की तरह से जहां सोमवार को लिस्ट का ऐलान किया गया, वहीं दूसरी ओर बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर पूर्ववर्ती केंद्र की कांग्रेस व भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला है. मायावती ने ट्वीट में लिखा कि, ‘मा. राष्ट्रपति जी का बजट सत्र के पहले दिन संयुक्त संसद में अभिभाषण नई उम्मीदों के अभाव में भारत माता की संतानों को निराश करने वाला है. पहले कांग्रेस ने ’गरीबी हटाओे’ के नाम पर छला और अब भाजपा सरकार में भी भारत माता के संतानों की घोर उपेक्षा व दुर्दशा लगातार जारी है, क्यों?’
1. मा. राष्ट्रपति जी का बजट सत्र के पहले दिन संयुक्त संसद में अभिभाषण नई उम्मीदों के अभाव में भारत माता की संतानों को निराश करने वाला। पहले कांग्रेस ने ’गरीबी हटाओे’ के नाम पर छला और अब भाजपा सरकार में भी भारत माता के संतानों की घोर उपेक्षा व दुर्दशा लगातार जारी है, क्यों?
— Mayawati (@Mayawati) January 31, 2022
अपने अगले ट्वीट में मायावती ने लिखा, भारत माता की सही में जय तभी होगी जब उसकी संतानें गरीबी, बेरोजगारी, शोषण, अन्याय आदि से मुक्त सुखी व सम्पन्न होंगी, जबकि सरकार की गलत नीतियों के कारण पिछले वर्षों में लोगों के जीवन में तंगी व बदहाली बढ़ी है तथा गरीब और गरीब व अमीर और अमीर हो रहे हैं, यह घोर अनुचित.