“कोलकाता में लेडी डॉक्टर की बर्बर हत्या: अस्पताल ने परिवार को दी चौंकाने वाली जानकारी, पुलिस की चिंता बढ़ी”
मृतक डॉक्टर की पहचान डॉ. राधिका सेन के रूप में की गई है, जो एक प्रतिष्ठित निजी अस्पताल में कार्यरत थीं। बताया जा रहा है कि उनकी हत्या बेहद बेरहमी से की गई।
कोलकाता में एक लेडी डॉक्टर की हत्या ने पूरे शहर को दहला दिया है। घटना के बाद, अस्पताल प्रशासन की ओर से परिवार को दी गई जानकारी ने मामले को और भी जटिल बना दिया है, जिससे पुलिस की चिंताएं बढ़ गई हैं।
मृतक डॉक्टर की पहचान डॉ. राधिका सेन के रूप में की गई है, जो एक प्रतिष्ठित निजी अस्पताल में कार्यरत थीं। बताया जा रहा है कि उनकी हत्या बेहद बेरहमी से की गई। शव के पास से मिले साक्ष्यों से स्पष्ट हो रहा है कि हत्या के समय डॉक्टर ने अपने बचाव के लिए संघर्ष किया था।
परिवार का आरोप है कि जब उन्होंने अस्पताल प्रशासन से इस मामले में जानकारी मांगी, तो उन्हें एक चौंकाने वाली बात बताई गई। अस्पताल ने कहा कि हत्या की घटना के समय डॉक्टर अस्पताल में अकेली नहीं थीं और किसी व्यक्ति के साथ उनकी बहस हुई थी। हालांकि, अस्पताल प्रशासन ने इस बारे में विस्तृत जानकारी देने से इंकार कर दिया और मामले की संवेदनशीलता का हवाला दिया।
पुलिस का कहना है कि अस्पताल की ओर से दी गई जानकारी से मामले की जांच में जटिलताएं आ सकती हैं। पुलिस ने अस्पताल से घटनास्थल के सुरक्षा कैमरों की फुटेज, डॉक्टर की गतिविधियों और अस्पताल के रिकॉर्ड्स की मांग की है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने अस्पताल के कर्मचारियों और डॉक्टर के साथ काम करने वाले अन्य लोगों से भी पूछताछ शुरू कर दी है।
इस घटना ने अस्पताल प्रशासन की सुरक्षा और कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर दिया है। लोगों का कहना है कि अगर अस्पताल में सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था होती, तो इस तरह की घटना को रोका जा सकता था।
पुलिस ने अभी तक कोई ठोस सुराग नहीं प्राप्त किया है, लेकिन वे लगातार घटनास्थल से जुटाए गए साक्ष्यों की जांच कर रहे हैं और मृतक डॉक्टर के सहयोगियों और जानकारों से पूछताछ कर रहे हैं।
यह मामला न केवल कोलकाता बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है, और लोगों ने न्याय की उम्मीद जताई है। यह देखना अब दिलचस्प होगा कि पुलिस इस जघन्य अपराध को सुलझाने में कितनी सफल होती है और इसके परिणामस्वरूप अस्पताल प्रशासन की भूमिका पर क्या कार्रवाई होती है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दिल दहलाने वाला खुलासा
महिला पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर का शव 9 अगस्त की सुबह अस्पताल के एक सेमिनार हॉल में मिला था. इस मामले में अगले दिन संजय रॉय नाम के एक सिविक वॉलंटियर को गिरफ्तार किया गया था. पीड़िता की चार पेज की ऑटोप्सी रिपोर्ट से पता चला है कि महिला के प्राइवेट पार्ट से ब्लीडिंग हो रही थी और उसके शरीर के अन्य हिस्सों पर चोट के निशान थे.
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘उसकी दोनों आंखों और मुंह से खून बह रहा था, चेहरे पर चोट के निशान थे और एक नाखून भी गायब था. पीड़िता के प्राइवेट पार्ट से भी खून बह रहा था. उसके पेट, बाएं पैर, गर्दन, दाहिने हाथ, अनामिका और होठों पर भी चोटें आई थीं.’ रिपोर्ट में हत्या से पहले की चोटों, फ्रैक्चर और यौन उत्पीड़न का भी संकेत दिया गया है. साथ ही कहा गया है कि शुक्रवार सुबह 3 बजे से 5 बजे के बीच गला घोंटकर और मुंह दबाकर पीड़िता की हत्या की गई थी.