कूड़े के चलते कानपुर के इस गांव में ‘कूड़ा’ हुआ कुंवारों का भविष्य
उत्तर प्रदेश के कानपुर में कुछ ऐसे गांव हैं,जहां लड़कों की शादी नहीं हो रही है। इन गांवों का नाम है बदुआपुर, पनकी पड़ाव, जमुई व सरायमिता। इन गावों के लड़कों से आस पास की कोई लड़की शादी करने को तैयार नहीं है। इसका कारण इन गाँव से सटे कानपुर नगर निगम का सॉलिड वेस्टेज कूड़ा प्लांट हैं ।कूड़ा प्लांट की वजह से गांव में गंदगी,दुर्गंध व बीमारियां फैली रहती है।
गांव में लड़कियों की शादी करने को नही तैयार है लोग
कूड़ा प्लांट की गंदगी से गांव में दुर्गंध व बीमारियां फैल चुकी है। इससे गांवो के ज्यादातर लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में है। इसी वजह से इन गाँवो के लड़कों को सेहत के साथ शादी भी नसीब नहीं हो पा रही है। गांव के लोगों का कहना है कि रिश्ते वाले तो गांव के लड़के देखने के लिए खूब आते है, लेकिन जब वो कूड़ा प्लांट व उससे फैली गांव में गंदगी दुर्गंध को देखते है तो वापस हो जाते है। आलम यह है कि कई लोगों की शादी तय होने के बावजूद टूट चुकी है। गांव के ही एक महिला का कहना है कि उनको कूड़ा प्लांट की वजह से दमे की बीमारी है और उनका बेटा शादी के लायक है, लेकिन इस बीमारी और गंदगी के कारण उसकी शादी नहीं हो पा रही है।
समस्याओं के निदान की जगह सरकार दे रही है आश्वासन
कानपुर नगर निगम का यह सॉलिड वेस्टेज कूड़ा प्लांट इन गांवों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि वो कूड़ा प्लांट की समस्या को लेकर शासन से प्रशासन तक गुहार लगा चुके है। लेकिन इन ग्रामीणों की समस्यायों का कोई निदान नही किया गया है। लोगों को सिर्फ आश्वासन देकर भुला दिया जाता है। ग्रामीण आज भी आस लगाए बैठे है कि शायद कोई चमत्कार हो और उनकी ये समस्याएं दूर हो जाए। जिससे कोई परिवार उनके लड़को को लड़की देने को तैयार हो जाए।
मोहम्मद असलम की रिपोर्ट