नाराज हैं कई विधायक गिर जाएगी बोम्मई सरकार, बोले सिद्धारमैया- BJP में भ्रम की स्थिति
कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने दावा किया है कि कर्नाटक सरकार कभी भी गिर सकती है। शनिवार को राज्य की बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि यह सरकार ज्यादा लंबी नहीं चलेगी। मीडिया से बातचीत में सिद्धारमैया ने कहा कि इस सरकार में पहले की तरह ही भ्रम बरकरार है। इस बात की काफी आशंका है कि यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी। उन्होंने कहा कि ‘मुझे आशंका है कि मौजूदा सरकार किसी भी समय गिर सकती है। सत्तारुढ़ पार्टी के विधायक लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार के खिलाफ बयान भी दे रहे हैं। विधायक दिल्ली जा रहे हैं अपनी समस्याओं का समाधान हासिल करे। जिससे यह जाहिर होता है कि सत्तारुढ़ पार्टी में कुछ अंदरुनी समस्याएं हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आगे कहा कि ‘कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है और यहां हालात काफी गंभीर हैं। राज्य की सीमाओं पर बसे जिलों में जरूरी एहतियात उठाए जाने की जरुरत है। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वो यह निश्चित करे कि लोग कोरोना महामारी की तीसरी लहर की चपेट में ना आएं। वीक-एंड लॉकडाउन का ऐलान इस समस्या का हल नहीं है। उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि जब तक तीसरी लहर पर काबू नहीं पाया जाता है तब तक स्कूल और कॉलेज को नहीं खोलना चाहिए और सरकार को भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों की इजाजत भी नहीं देनी चाहिए। आपको बता दें कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में लगातार यह दावा किया जा रहा है कि सरकार में मनपसंद विभाग ना मिलने की वजह से बीजेपी के कई विधायक नाराज चल रहे हैं।
इधर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज एस बोम्मई ने राज्य के पूर्व सीएम बी एस येदियुरप्पा से शनिवार को मुलाकात की और कैबिनेट विस्तार तथा विभागों के आवंटन पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मंत्रियों एवं विधायकों के एक धड़े में फैले असंतोष के बीच उनसे चर्चा भी की है। मुख्यमंत्री के करीबी सूत्रों ने बताया कि येदियुरप्पा के आवास पर हुई करीब आधे घंटे की बैठक में दोनों नेताओं ने बढ़ते असंतोष के अलावा मौजूदा राजनीतिक हालात पर भी चर्चा की।
पर्यटन मंत्री आनंद सिंह और नगरपालिका प्रशासन एवं लघु उद्योग मंत्री एन नागराज (एमटीबी) ने उन्हें मिले प्रभार पर खुलकर निराशा जाहिर की है और महत्त्वपूर्ण विभाग मांगे हैं। खबरें हैं कि भाजपा विधायक एस ए रामदास और विधान पार्षद सी पी योगेश्वरा कैबिनेट में जगह नहीं दिए जाने को लेकर नाखुश हैं। नाराज आनंद सिंह ने इस सप्ताह की शुरुआत में बल्लारी जिले के होसपेट में अपना कार्यालय बंद कर दिया था और बोम्मई से मिलने से पहले येदियुरप्पा से मुलाकात की थी।
बाद में, मुख्यमंत्री ने राजस्व मंत्री आर अशोक के साथ मिलकर सिंह को मनाने की कोशिश की थी। बैठक के बाद, बोम्मई ने कहा कि उनके और आनंद सिंह के बीच कोई मतभेद नहीं हैं और दोनों एकजुट हैं। हालांकि, उन्होंने माना कि सिंह बेहतर विभाग चाहते हैं। नागराज ने भी लोक निर्माण विभाग और परिवहन जैसे विभागों के प्रभार की इच्छा जताई है। इस बीच, मैसूरु जिले में कृष्णाराजा से भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री रामदास और एमएलसी योगेश्वरा ने शनिवार को बोम्मई से मुलाकात की।
रामदास ने संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने बंद लिफाफे में मुख्यमंत्री को एक पत्र सौंपा है। रामदास ने कहा, ‘आज मैंने, सीलबंद लिफाफे में एक पत्र सौंपा है। मैंने मुख्यमंत्री से कहा कि वह फ्री होकर इसे पढ़ें। मैंने राज्य और सरकार के हित में उन्हें कुछ चीजें समझाई हैं।’ उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने पत्र में बताया है कि सोमवार को मैसूरु में दौरे के वक्त उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात क्यों नहीं की।
हालांकि, येदियुरप्पा सरकार में मंत्री रहे योगेश्वरा ने बोम्मई के आवास के बाहर मीडिया से कहा कि ‘इससे पहले भी मैंने मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी और अब फिर कर रहा हूं। उनसे मिलने के पीछे कोई कारण नहीं हैं। मेरी कोई नाराजगी नहीं है। मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूं और उसी अनुसार काम करता हूं।’बता दें कि बोम्मई ने येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के दो दिन बाद 28 जुलाई को पदभार ग्रहण किया था।