हरियाणा सरकार का बड़ा फैसला अब आठवीं कक्षा की भी होगी बोर्ड परीक्षा
हरियाणा सरकार ने हरियाणा में अब आठवीं की बोर्ड परीक्षा को भी हरी झंडी दे दी। जहां अब तक 12वीं और 10वीं कक्षा के छात्र छात्राओं को बोर्ड की परीक्षा देनी होती थी अब आठवीं के छात्र भी बोर्ड परीक्षा दे सकेंगे। 25 जून को सरकार ने इस संबंध में निर्णय ले लिया है इसका पत्र स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षा बोर्ड भिवानी को 6 जुलाई को भेजा है। कोरोना के कारण अगर वर्तमान शैक्षणिक सत्र में आठवीं की बोर्ड परीक्षा संभव नहीं हुई तो अगले शैक्षणिक सत्र से प्रभावित तौर से इसे लागू कर दिया जाएगा।
हालांकि अंतिम फैसला सरकार पर भी निर्भर करेगा कि इस सत्र में सिलेबस पूरा होने पर बोर्ड परीक्षा करानी चाहिए या अगले सत्र में की जानी चाहिए। हरियाणा निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2011 में बदलाव कर बोर्ड परीक्षा शुरू की जाएगी। यदि शैक्षणिक सत्र के अंत में विद्यार्थी न्यूनतम पास अंक प्राप्त नहीं करता है तो उसे पास होने के लिए दो मौके प्रदान किए जाएंगे। न्यूनतम अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। यानी उस विद्यार्थी के पास मौका होगा।
उन्हें फेल ना करें प्रत्येक अनुत्तीर्ण विषय में अनुपूरक परीक्षा का मौका देना होगा। शिक्षक को विद्यार्थी मूल्यांकन परीक्षा के आधार पर ही छात्रों का वर्गीकरण करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि बोर्ड परीक्षा में न्यूनतम अंक लेने वाले विद्यार्थियों को अतिरिक्त शिक्षण सामग्री व शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। सेकेंडरी स्कूल शिक्षा विभाग ने इस निर्णय की पुष्टि की है साथ ही बोर्ड को परीक्षा की समुचित तैयारियां करने के निर्देश भी दिए हैं। पांचवी और आठवीं की बोर्ड परीक्षा कराने को लेकर लंबे समय से कवायद चल रही थी। पूर्व यूपीए सरकार के समय हरियाणा में शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल कोई फेल नहीं पॉलिसी को खत्म करने के लिए बनाई गई समिति में महत्वपूर्ण पद पर रही। उन्होंने भी बोर्ड परीक्षा कराने का सुझाव दिया था।