बघेल ने की नक्सलियों से तुलना तो भड़क गईं प्रज्ञा ठाकुर, बोलीं- देश और हिंदू RSS की वजह से सुरक्षित
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तुलना माओवादियों से कर दी है। उन्हें भोपाल से भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद प्रज्ञा मलिक ने जवाब दिया है। अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले उन्होंने कहा कि देश आरएसएस की वजह से सुरक्षित है। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू भी सिर्फ आरएसएस की वजह से सुरक्षित हैं।
आपको बता दें कि बुधवार को भूपेश बघेल ने कहा कि जिस तरह राज्य में माओवादी दूसरे राज्यों में बैठे अपने वरिष्ठ कैडरों के जरिए संचालित किये जाते हैं उसी तरह स्थानीय आरएसएस कार्यकर्ता नागपुर से संचालित किये जाते हैं।
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कवर्धा हिंसा के मामले में निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 15 सालों के शासन के दौरान आरएसएस के लोगों ने कुछ नहीं किया और वो आज भी एक बंधुआ मजदूर की तरह काम कर रहे हैं। यहां तक कि आज भी उनकी (आरएसएस कार्यकर्ताओं) नहीं सुनी जाती है और उन्हें नागपुर से कंट्रोल किया जाता है।
सीएम ने कहा, ‘जैसे नक्सलियों के नेता आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और दूसरे प्रदेशों में हैं और यहां के लोग केवल गोली चलाने व गोली खाने का काम करते हैं, वैसी ही स्थिति आरएसएस की है। जो कुछ है, वह नागपुर से है। यहां आरएसएस के लोग बंधुआ मजदूर की तरह काम करते रहे हैं। इनकी कुछ नहीं चलती, सब नागपुर से संचालित होते हैं।’
इससे पहले छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि कवर्धा हिंसा के पीछे भाजपा और अन्य राइट-विंग आउटफिट का हाथ हैं। पिछले सफ्ताह ही भाजपा के सांसद और पूर्व सीएम रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह पर कवर्धा हिंसा के मामले में केस भी दर्ज किया गया था।
आरएसएस को लेकर सीएम भूपेश बघेल के बयान के बाद राज्य के नेता प्रतिपक्ष धर्मलाल कौशिक ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा, ‘जिस तरह सीएम ने आरएसएस और माओवाद की तुलना की है, सच्चाई यह है कि यह उनके शब्द नहीं है बल्कि यह उनकी लेफ्टिस्ट सोच है। कांग्रेस अपने सिद्धांतों को खो चुकी है।’ धर्मलाल कौशिक ने सीएम को नसीहत भी दी है कि आरएसस पर प्रतिक्रिया देने से पहले उन्हें उसके बारे में पढ़ना चाहिए।
भाजपा नेताओं ने राहुल और प्रियंका गांधी को भेजा एयर टिकट, पार्टी नेता बोले- दलितों का हाल जानने के लिए राजस्थान जाएं
मध्य प्रदेश के इंदौर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)के नेताओं ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को राजस्थान आने के लिए हवाई जहाज का टिकट भेजा है। पार्टी नेताओं का कहना है कि वहां दलितों पर अत्याचार जारी है। भगवा पार्टी का कहना है कि गांधी भाई-बहन उत्तर प्रदेश में सियासी पर्यटन पर हैं। यहां इन लोगों ने लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों के परिवार वालों से मुलाकात की लेकिन इनके पास यह देखने तक का समय भी नहीं है कि राजस्थान में दलितों के साथ क्या हो रहा है।
इंदौर जिला के भाजपा अध्यक्ष राजेश सोनकार ने कहा, ‘हमने फंड जुटाया और वायनाड के सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को दिल्ली से जयपुर का एयर टिकट भेजा है। यह टिकट हमने इसलिए भेजा है ताकि वो यहां आकर दलित समुदाय के उन सदस्यों से मिल सकें जो कांग्रेस शासित राजस्थान में जुल्म-ओ-सितम का शिकार हो रहे हैं।’
राहुल और प्रियंका गांधी को यह टिकट स्पीड पोस्ट के जरिए भेजा गया है। सोनकर ने कहा कि हाल ही में राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में एक दलित की पिटाई की गई है। गांधी और वाड्रा सियासी टूर में व्यस्त हैं उनके पास हनुमानगढ़ जाने का समय नहीं है ताकि वो दलित परिवार से मिल सकें।
बता दें कि 3 अक्टूबर को लखीमपुर-खीरी में हुई घटना के बाद प्रियंका और राहुल गांधी ने राज्य सरकार के खिलाफ आक्रमकता दिखाई थी। इस कांड में लोगों की जान चली गई थी। इनमें चार किसान भी शामिल थे। कांग्रेस नेताओं के प्रतिनिधिन मंडल ने भी बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की है। इस प्रतिनिधिनमंडल में राहुल गांधी भी शामिल थे। राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा को अविलंब बर्खास्त किये जाने की मांग भी की है।