त्रिपुरा में प्रतिबादी कलम के दफ्तर पर बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने किया हमला, 4 पत्रकार घायल
अगरतला. त्रिपुरा में बुधवार को उस वक्त अफरातफरी की स्थिति पैदा हो गई है जब राजधानी अगरतला में एक अखबार के दफ्तर और पत्रकारों पर भारतीय जनता पार्टी के कथित कार्यकर्ताओं ने हमला बोल दिया. दावा किया गया कि इस हमले में बीजेपी के कई नेता भी शामिल थे. मिली जानकारी के अनुसार यह हमला प्रतिबादी कलम नाम के स्थानीय दैनिक के दफ्तर पर हुआ. इसमें चार पत्रकार घायल भी हुए. इसके साथ ही बीजेपी के कथित नेताओं ने संपत्ति नष्ट की और गाड़ियां जला दीं. प्रतिबादी कलम के संपादक और प्रकाशक अनल रॉय चौधरी द्वारा दर्ज एक पुलिस मामले के अनुसार अगरतला में दैनिक अखबार के परिसर में तोड़फोड़ की. उन्होंने उपकरण, दस्तावेज नष्ट कर दिए. उन पर कारों और बाइकों को आग लगाने का भी आरोप है.
अगरतला प्रेस क्लब के सचिव प्रणब सरकार सहित कई मीडिया संगठनों और वरिष्ठ पत्रकारों और संपादकों ने प्रतिबादी कलम के कार्यालय पहुंचे और हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने हमले में शामिल लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की. सरकार ने पुलिस अधिकारियों से मुलाकात के बाद कहा, ‘अगर पुलिस 12 घंटे के भीतर हमलावरों को गिरफ्तार नहीं करती है, तो हम बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे। सरकार को नुकसान की भरपाई करनी चाहिए.’
त्रिपुरा में भाजपा और माकपा कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प
उधर, राज्य के विभिन्न हिस्सों में बुधवार को सत्तारूढ़ भाजपा के कार्यकर्ताओं और मुख्य विपक्षी माकपा के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हो गई. त्रिपुरा के गोमती जिले के उदयपुर शहर में उपद्रव उस वक्त हुआ जब माकपा की युवा शाखा डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया ने जुलूस निकाला और इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने सत्तारुढ़ भाजपा के कार्यकर्ता पर कथित तौर पर हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए. पुलिस ने बताया कि पास में ठहरे भाजपा कार्यकर्ताओं के एक समूह ने जवाबी कार्रवाई करते हुए डीवाईएफआई के जुलूस पर हमला किया. पुलिस ने बताया कि दो से तीन लोग घायल हुए हैं लेकिन उनकी राजनीतिक संबद्धता का पता नहीं चल पाया है.
अगरतला, विशालगढ़ और कथलिया में माकपा के पार्टी कार्यालयों में भी तोड़फोड़
सूत्रों के अनुसार, उदयपुर झड़प के बाद अगरतला, विशालगढ़ और कथलिया में माकपा के पार्टी कार्यालयों में भी तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई. दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच सोमवार को पहले दौर की हिंसा के बाद झड़पें हुईं, जब त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार को कथित तौर पर धनपुर जाने से रोका गया था.
पुलिस ने बताया कि उदयपुर के घायल भाजपा कार्यकर्ता को गंभीर हालत में अगरतला के जीबी पंत अस्पताल में स्थानांतरित किया गया. उन्होंने बताया कि भीड़ को तितर-बितर करने व और उपद्रव रोकने के लिए पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी को तैनात करना पड़ा. अधिकारियों ने यह भी कहा कि अज्ञात उपद्रवियों के एक समूह ने माकपा के उदयपुर पार्टी कार्यालय में भी तोड़फोड़ की, जबकि पूर्व वाम मोर्चा मंत्री रतन भौमिक के एक वाहन को आग लगा दी गई.
झड़प के तुरंत बाद कृषि मंत्री प्रणजीत सिंह रॉय मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. बाद में मीडिया से बात करते हुए, मंत्री ने कहा कि माकपा की युवा शाखा ने पुलिस से पूर्व अनुमति लिए बिना एक रैली निकाली थी. उन्होंने कहा कि सरकार हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी. इस बीच, केंद्रीय राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक ने सोमवार की हिंसा के विरोध में सोनामुरा उपमंडल के धनपुर में एक विरोध मार्च का नेतृत्व किया. बाद में शाम को, भाजपा सदर जिला इकाई ने राजधानी अगरतला में एक विरोध रैली भी की.