बीजेपी ने महिला आयोग को लगाया अखिलेश के पीछे
दूसरे के कंधे पर बंदूक रख के वार करना कलयुग का सबसे आसान काम है, विरोधी पर हमला भी हो जाए और मास्टरमाइंड पर्दे के पीछे
दूसरे के कंधे पर बंदूक रख के वार करना कलयुग का सबसे आसान काम है, विरोधी पर हमला भी हो जाए और मास्टरमाइंड पर्दे के पीछे से नज़ारा देखते रहे, और राजनीत मे ऐसा ही कुछ हाली मे हुआ है,
जब बीजेपी नुपुर शर्मा के विवादित टिपपणी की वजह से चारो ओर से घिर चुकी है, हर देश व संगठन नुपुर शर्मा और बीजेपी पर आरोप लगा रही है, ना जाने कितने एफआईआर नुपुर शर्मा पर हो चुके है और यहां तक कि अब तो देश के उच्च न्यायालय ने भी नुपुर शर्मा को आरोपी घोषित कर दिया है ऐसे में जब सारे आरोप भाजपा और उसके निष्काशित नेता पर लगाए जा रहे है तो भाजपा ऐसे में चुप तो बैठ नहीं सकती, अपना पाप बाटने के लिए वो कुछ तो करेगा , तो बस महिलाओ के दम पर भाजपा ने लिख डाला अखिलेश यादव को एक पत्र,
दरसअल मामला कुछ ऐसा है कि नुपुर शर्मा विवाद मे अखिलेश यादव ने 1 जुलाई को ट्वीट किया जब सुप्रीम कोर्ट ने भी नुपुर शर्मा का आरोपी घोषित किया और ये आदेश दिया कि टीवी चैनल पर आकर ही नुपुर माफी मांगे तब अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर अकाउंट से लिखा कि ” केवल मुख को नहीं शरीर को भी माफ़ी मांगनी चाहिए और देश में अशांति और सौहार्द बिगाड़ने की साजा भी मिलनी चाहिए”
इसी ट्वीट को राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने रीट्वीट करते हुए लिखा कि “इस शक्श को देखिए जो खुद को एक पार्टी जा नेता कहता है, वह लोगो को नुपुर शर्मा पर हमला करने के लिए उकसा रहा है ”
अब ज़रा आप अखिलेश द्वारा लिखे गए इस ट्वीट का मतलब समझिए और हो सकते तो राष्ट्रिय महिला आयोग को भी समझाइए
नुपुर शर्मा बीजेपी की प्रवक्ता है , जों पार्टी की बात दुनिया के सामने अपनी आवाज़ में रखती है .
तो यह मुख का मतलब नुपुर शर्मा है और शरीर का मतलब पार्टी यानी भाजपा।
और ताजुब करने वाली बात ये है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बावजूद राष्ट्रिय महिला आयोग नुपुर शर्मा का सहयोग कर रही है या यू कहे कि यहां भी मुख राष्ट्रीय महिला आयोग है और शरीर किसी और का !