मोदी सरकार के कृषि कानूनों से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे- डॉ. पूनियां
जयपुर। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा द्वारा कृषि विधेयकों को लेकर राज्यपाल को दिये गये ज्ञापन पर कहा कि, कांग्रेस ‘‘सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली’’, जैसी नौटंकी कर रही है।
डॉ. पूनियां ने कहा कि, कांग्रेस ने 55 साल के राज में किसानों की भलाई के लिए क्या किया, इस बारे में वह स्पष्ट करे। कांग्रेस की यू-टर्न लेने की पुरानी आदत है, राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस ने 10 दिन में सम्पूर्ण किसान कर्जमाफी का वादा किया था, लेकिन कांग्रेस सरकार को दो साल होने जा रहे है, अभी तक किसान कर्जमाफी नहीं की है, जिससे प्रदेश का किसान हताश है एवं ठगा हुआ महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों श्रीगंगानगर सहित विभिन्न जिलों में ओलावृष्टि एवं बारिश से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है, लेकिन अभी तक सरकार ने मुआवजे की प्रक्रिया शुरू नहीं की है और टिड्डी हमले से 30 से अधिक जिलों में फसलों को हुए नुकसान के मुआवजे की स्थिति भी सरकार को स्पष्ट करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार के कृषि कानून किसानों के कल्याण में क्रांतिकारी साबित होंगे, जिनसे किसान स्वयं ही कीमत तय कर अपनी फसल कहीं भी, कभी भी बेच सकता है, इससे किसान आर्थिक मजबूती के साथ आत्मनिर्भर बनेगा। उन्होंने कहा कि, अब संविदा खेती में किसान की जमीन से कोई छेड़छाड़ नहीं होगी, फसल आधारित कांट्रैक्ट होगा, जमीन पर मालिकाना हक सदैव किसान का ही रहेगा और किसान अब फसल बेचने-खरीदने के लिए पूरी तरह आजाद है।
पूनियां ने कहा कि कांग्रेस किसानों को गुमराह कर भ्रम फैलाकर अपना चेहरा छुपाना चाह रही है, कृषि कानूनों से राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों से, खेती एवं खेती से जुड़े उद्योग धंधों से किसानों, नौजवानों एवं महिलाओं को रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।